Nov 22, 2023
18 अक्टूबर को पाकिस्तान ने एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल अबाबील का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।
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बताया गया कि इसे भारत के एयर डिफेंस सिस्टम को भेदने के लिए बनाया गया है। अबाबील वेपन सिस्टम को एक ही उड़ान में कई हथियार पहुंचाने के लिए डिजाइन किया गया है।
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पाकिस्तान का दावा है कि एक बार तैनात होने के बाद इस मिसाइल से भारत में कहीं भी टारगेट पर प्रभावी ढंग से मार कर सकते हैं।
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IISS के एक शोधकर्ता एंटोनी लेवेस्क ने कहा कि अबाबील स्वतंत्र रूप से टार्गेटेबल री-एंट्री व्हीकल्स (MIRV) को ले जाने में सक्षम है।
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एमआईआरवी एक परिष्कृत मिसाइल तकनीक है जो एक एकल बैलिस्टिक मिसाइल को कई हथियार ले जाने की ताकत मिलती है। इनमें से प्रत्येक एक अलग टारगेट पर हमला करने में सक्षम है।
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विशेषज्ञों का कहना है कि MIRV की सैकड़ों किमी दूर तक हथियार पहुंचाने की क्षमता भारत की बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (BMD) को चुनौती दे सकती है, जो अभी राजधानी दिल्ली और आर्थिक केंद्र मुंबई की रक्षा कर रही है।
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हालांकि, विशेषज्ञ ये भी कहते हैं कि रूस निर्मित एस-400 जो चीन और पाकिस्तान से लगती सीमाओं पर तैनात हैं, जो पाकिस्तानी एमआईआरवी मिसाइल से किसी भी खतरे से निपटने में पूरी तरह सक्षम है।
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इस्लामाबाद का मानना है कि भारत के भूमि और समुद्र आधारित मिसाइल रक्षा के तेजी से विकास, परीक्षण और तैनाती से भारतीय सशस्त्र बलों को परमाणु हमले की क्षमताओं में बढ़त मिलेगी।
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पाकिस्तान के विश्लेषकों का तर्क है कि कागज पर बीएमडी प्रणाली एक रक्षात्मक मामले की तरह दिखती है, लेकिन असल में यह एक आक्रामक विकास है।
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पाकिस्तानी शोधकर्ता उस्मान हैदर और अब्दुल मोइज खान ने द डिप्लोमैट लेख में कहा- इस मामले में बीएमडी पाकिस्तान के जवाबी लक्ष्यों पर हमले शुरू करने की भारतीय परमाणु रणनीति का एक प्रमुख हिस्सा है।
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