Aug 19, 2023

​जिन्ना है पाकिस्तान का बाप तो चीन का बाप कौन? नहीं जानते होंगे आप​

Ramanuj Singh

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​​जिसका उद्देश्य मंचू वंश के शासन को समाप्त करना था।​

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​​चीन में मंचू राजवंश का पतन 1911 ईसवी में हुआ।​

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​​क्रांतिकारियों ने 29 दिसंबर 1911 में सनयात सेन को अपनी सरकार का अध्यक्ष चुना।

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​​1911 में क्रांति के बाद चीन में गणतंत्र शासन पद्धति की स्थापना हुई।​

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​​फिर युआन शीह काई के समर्थन में सनयात सेन ने अपना नेतृत्व वापस ले लिया।​

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​​1912 में सनयात सेन ने कुओमिनतांग पार्टी की स्थापना की।​

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​​डॉ. सनयात सेन के तीन सिद्धांत थे राष्ट्रवाद, लोकतंत्रवाद और सामाजिक न्याय।​

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​​डॉ. सनयात सेन को चीन का राष्ट्रपिता कहा जाता है।​

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​डॉ. सनयात सेन की मृत्यु 1925 ईसवी में हो गई।​

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​सनयात सेन की मृत्य के बाद 1926 में च्यांग काई शेक ने कुओमिनतांग पार्टी का नेतृत्व संभाला।​

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