प्रोबायॉटिक युक्त आहार खाना आपको वजन कम करने, पाचन क्रिया और इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। प्रोबायोटिक्स जीवित बैक्टीरिया होते हैं, ये खमीरयुक्त खाद्य पदार्थों में पाए जाते हैं।
प्रोबायोटिक्स खाने से आपको अपना पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है। इस कारण ये वजन घटाने में मददगार होते हैं। ये आपकी कैलरी को बर्न करने में भी मदद करते हैं।
पाचन तंत्र संबंधी इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज , अल्सरेटिव कोलाइटिस और क्रोन रोग की समस्या को हल करने में प्रोबायोटिक्स काफी मदद करता है।
प्रोबायोटिक्स, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने वाली कोशिकाएं जैसे आईजीए और टी-लिम्फोसाइट्स को बढ़ाने में मदद करते हैं।
डेयरी से जुड़े सभी प्रॉडक्ट्स जैसे, दूध, दही व कुछ प्लांट्स में प्रोबायॉटिक पाए जाते हैं। खासकर दही में प्रोबायोटिक के दूसरे प्रकार के बीफीडोबैक्टीरियम होते हैं। घर का बना दही बाजार के बने दही से ज्यादा फायदेमंद होता है।
डार्क चॉकलेट प्रोबायोटिक का बेहतर स्त्रोत मानी जाती है। डार्क चॉकलेट में एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। ये शरीर में “फ्री रेडिकल्स' को कम करते हैं।
अचार में काफी मात्रा में प्रोबायोटिक्स होते हैं। घर के मुकाबले बाजार के आचार को बनाने के दौरान प्राकृतिक एंजाइम नष्ट हो जाते हैं।
फलों में सेब प्रोबियोटिक से भरपूर है। सेब में मौजूद प्रोबियोटिक बैक्टीरिया पीएच स्तर को भी नियंत्रित करते हैं, जिससे शरीर में सुक्ष्म जीवों का स्तर उत्तम रहता है।
सोया मिल्क, जैतून, इडली, डोसा, ढोकला, चीज और पनीर आदि में प्रोबियोटिक बैक्टीरिया होता है।
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