अपनी हार पर कमला हैरिस का आया पहला बयान, फोन पर ट्रंप से की बात, सत्ता हस्तांतरण पर भी बोलीं

Kamala Harris News: हैरिस अमेरिकी राजनीति में शीर्ष मुकाम हासिल करने में असफल रहीं और राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से हार गईं। डेमोक्रेटिक नेता की ट्रंप के हाथों कड़े मुकाबले वाले चुनाव में हार ने अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने के उनके सपने को भी तोड़ दिया।

अमेरिकी चुनाव में कमला हैरिस की हार हुई है।

Kamala Harris : अमेरिकी राष्ट्रपति पद का चुनाव हारने के बाद डेमोक्रेट उम्मदीवर कमला हैरिस ने अपना पहला बयान दिया है। हॉरवर्ड यूनिवर्सिटी में अपने समर्थकों को संबोधित करते समय हैरिस अपनी हार पर भावुक नजर आईं लेकिन उन्होंने कहा कि अमेरिका की भलाई के लिए वह काम करती रहेंगी। हैरिस ने कहा, 'आप लोगों ने जो विश्वास मुझ पर दिखाया उससे मेरा हृदय आज भरा हुआ है। चुनाव से हम इस नतीजे की उम्मीद नहीं कर रहे थे लेकिन जब मैं यह कहती हूं कि अमेरिकी वादों का प्रकाश और चटख होगा तो इसका मतलब यह है कि हम कभी हार नहीं मानेंगे और हमारी लड़ाई जारी रहेगी।'

समर्थकों, पति, बाइडेन को धन्यवाद कहा

चुनाव अभियान में अपना समर्थन करने के लिए हैरिस ने अपने पति डगलस एमहॉफ, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन एवं उनके परिवार , अपने रनिंग मेट टिम वाल्ज और अपनी टीम को धन्यवाद दिया। हैरिस ने कहा कि उन्होंने फोन पर निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से बात की और उन्हें जीत की बधाई दी। हैरिस ने कहा कि लोकतंत्र की खासियत है कि वह चुनाव परिणाम को स्वीकार करता है। हैरिस ने कहा कि उन्होंने ट्रंप से कहा है कि सत्ता का हस्तांतरण शांतिपूर्ण तरीके से होगा। हैरिस ने कहा कि अमेरिकी लोकतंत्र के मूलभूत सिद्धांतों में चुनाव परिणाम को स्वीकार करना शामिल है। यह सिद्धांत तानाशाही अथवा राजशाही से तुलना में लोकतंत्र को खास बनाता है।

इतिहास नहीं बना पाईं कमला हैरिस

हैरिस अमेरिकी राजनीति में शीर्ष मुकाम हासिल करने में असफल रहीं और राष्ट्रपति चुनाव की दौड़ में अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप से हार गईं। डेमोक्रेटिक नेता की ट्रंप के हाथों कड़े मुकाबले वाले चुनाव में हार ने अमेरिका की पहली महिला राष्ट्रपति बनने के उनके सपने को भी तोड़ दिया। उनके नामांकन से हालांकि महिलाओं में उत्साह पैदा हुआ कि सार्वजनिक जीवन में उनके लिए यह द्वार बंद नहीं हुआ है। हैरिस (60) के नाम कई अन्य ‘पहली’ उपलब्धियां भी दर्ज हैं। वह सैन फ्रांसिस्को की डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी रह चुकी हैं - इस पद पर चुनी जाने वाली पहली महिला, पहली अफ्रीकी-अमेरिकी और पहली भारतीय मूल की शख्स थीं।

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