पाक सरकार की डेडलाइन के बाद अब पाकिस्तान छोड़ने लगे अफगान नागरिक, बड़ी संख्या में सीमा की तरफ बढ़े

पाकिस्तान द्वारा दी गई समय सीमा एक नयी प्रवासी विरोधी कार्रवाई का हिस्सा है जो बिना दस्तावेज वाले सभी या अपंजीकृत विदेशी नागरिकों के लिए हैं। इसका सबसे अधिक प्रभाव अफगान पर पड़ा है।

pakistna afghanistan

पाकिस्तान छोड़ने लगे अफगानी नागरिक (फोटो- Canva)

जिस पाकिस्तान को अपना समझकर अफगानियों ने पनाह ली थी, अब उन्हें वहीं से भगाया जा रहा है। अमेरिका और तालीबान की जब लड़ाई अफगानिस्तान में चल रही थी, तब हजारों अफगान पाकिस्तान आकर बस गए थे। तब अपने फायदे के कारण पाकिस्तान ने उन्हें पनाह भी दिया था। जब तालिबान सत्ता में लौटा तो पाकिस्तान जमकर खुश हुआ, लेकिन जब तालिबान के साथ मतभेद हुए तो पाक ने अफगान नागरिकों को पाकिस्तान छोड़ने का आदेश दे दिया।

सीमा की ओर रवाना

पाकिस्तान में अवैध तरीके से रह रहे अफगान नागरिक बड़ी संख्या में ट्रकों और बसों में सवार होकर मंगलवार को अपने देश के लिए रवाना हुए। अवैध रूप से रह रहे अफगान नागरिकों को देश छोड़ने के लिए पाकिस्तान सरकार द्वारा निर्धारित समय सीमा समाप्त होने से कुछ घंटे पहले लोग सीमा की तरफ रवाना हुए। सरकार ने कहा था जो लोग नहीं जाएंगे उन्हें निर्वासित किया जाएगा।

हो रही आलोचना

पाकिस्तान द्वारा दी गई समय सीमा एक नयी प्रवासी विरोधी कार्रवाई का हिस्सा है जो बिना दस्तावेज वाले सभी या अपंजीकृत विदेशी नागरिकों के लिए हैं। इसका सबसे अधिक प्रभाव अफगान पर पड़ा है, जो पाकिस्तान में प्रवासियों का बड़ा हिस्सा हैं। अवैध रूप से रह रहे अफगान नागरिकों को निकाले जाने के अभियान की संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों, अधिकार समूहों और अफगानिस्तान में तालिबान के नेतृत्व वाले शासन की ओर से व्यापक आलोचना हुई है।

पाक की चेतावनी

पाकिस्तानी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जो लोग अवैध रूप से देश में हैं, उन्हें 31 अक्टूबर के बाद गिरफ्तारी और निर्वासन का सामना करना पड़ेगा। संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि पाकिस्तान में 20 लाख से अधिक अफगान हैं, जिनमें से कम से कम 6,00,000 लोग 2021 में तालिबान के सत्ता पर काबिज होने के बाद भागकर आए थे। सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि वह अफगान को निशाना नहीं बना रही है, लेकिन यह अभियान पाकिस्तान और पड़ोसी अफगानिस्तान के तालिबान शासकों के बीच तनावपूर्ण संबंधों के बीच आया है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited