बाबा वेंगा और नास्त्रेदमस की 2023 को लेकर डरावनी भविष्यवाणियां, जो लिखा, गलत नहीं हुआ! तीसरा विश्व युद्ध होकर रहेगा?

Baba Venga and Nostradamus Predictions for 2023: नए साल 2023 में तीसरा विश्व युद्ध होगा। जैविक हथियारों का इस्तेमाल होगा। अमेरिका गृहयुद्ध में फंसेगा। और पेट्रोल की कीमतें रिकॉर्डतोड़ बढ़ेंगी। ये वो भविष्यवाणी हैं। जो दुनिया को डरा रही हैं। चौंका रही हैं। और आशंकाओं को मजबूत कर रही हैं। और ये भविष्यवाणी करने वाले कोई और नहीं, बल्कि वो लोग हैं, जिनकी सालों पहले लिखी गई 70 फीसदी बातें हमेशा सच साबित हुई। ये हैं नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा।

Baba Venga and Nostradamus Predictions for 2023: 2022 में दुनिया ने जो जंग देखी। 2022 में परमाणु हथियार के जिस खतरे को महसूस किया। क्या वो 2023 में तीसरे विश्व युद्ध में बदल जाएगी? ये सवाल इसलिए क्योंकि चंद घंटे बाद दस्तक दे रहे साल को लेकर ऐसी भविष्यवाणियां की गई हैं, जो बहुत बड़े विनाश की तरफ इशारा कर रही हैं। अब तक जिन भविष्यवक्ताओं की आधी से ज्यादा भविष्यवाणी सच साबित हुई हैं, उन्होंने 2023 में ऐसे ही महाविनाश का जिक्र किया है। आखिर क्यों 2022 से ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है 2023? और कैसे उसका असर अभी से दिखना शुरू हो गया है?

2023 में तीसरा विश्व युद्ध होगा। जैविक हथियारों का इस्तेमाल होगा। अमेरिका गृहयुद्ध में फंसेगा। और पेट्रोल की कीमतें रिकॉर्डतोड़ बढ़ेंगी। ये वो भविष्यवाणी हैं। जो दुनिया को डरा रही हैं। चौंका रही हैं। और आशंकाओं को मजबूत कर रही हैं। और ये भविष्यवाणी करने वाले कोई और नहीं, बल्कि वो लोग हैं, जिनकी सालों पहले लिखी गई 70 फीसदी बातें हमेशा सच साबित हुई। ये हैं नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा।

ऐसा नहीं है कि इनकी बातें हवा-हवाई हैं । बल्कि इसका असर 2023 का आगाज होने से पहले दिखना शुरू हो गया है। फ्रांस के 16वीं सदी के नास्त्रेदमस ने लिखा था । 7 महीनों का महान युद्ध । जिन लोगों ने भी बुरे काम किये हैं उनकी मृत्यु होगी। बहादुर लोग राजा के आगे नहीं गिरेंगे। नास्त्रेदमस की इन लाइनों को 2023 में तीसरे विश्वयुद्ध से जोड़कर देखा जा रहा है । दलील दी जा रही है कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग 7 महीने चली तो भीषण तबाही होगी। हालांकि इस विश्व युद्ध की शुरुआत रूस-यूक्रेन की वजह से होगी । चीन-ताइवान की जमीन से शुरुआत होगी । नॉर्थ कोरिया-साउथ कोरिया की तनातनी...बड़े खतरे में बदलेगी । या फिर ईरान और इजराइल इसकी शुरुआत करेंगे । ये तो क्लीयर नहीं है।

मगर जिस तरह दुनिया के ये मुल्क, थर्ड वर्ल्ड वॉर के ट्रिगर प्वॉइंट बनते जा रहे हैं। और एक-दूसरे के खिलाफ मिसाइल और बमों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वो इशारा कर रहे हैं कि नास्त्रेदमस की विश्व युद्ध वाली भविष्यवाणी सच साबित हो सकती है। नॉर्थ कोरिया ने साल के आखिर में 3 बैलेस्टिक मिसाइलों को लॉन्च किया । और फिर इसके बाद साउथ कोरिया ने अपने ड्रोन एक्टिव कर दिए । ईरान ने इजराइल को धमकी दी है अगर उसके परमाणु ठिकानों पर नजर गढ़ाई तो तेल अवीव पर दनादन मिसाइल अटैक होंगे । चीन और ताइवान के बीच जो टकराहट दिख रही है। वो 2023 में बड़े हमले की वजह बन सकती है।

इसकी एक तस्वीर उस वक्त भी दिखी । जब साउथ चाइना सी में अमेरिका और चीन के फाइटर जेट के बीच महज 20 फीट का फासला था। रूस भी यूक्रेन को बार-बार परमाणु हमले और तीसरे विश्व युद्ध को लेकर चेता चुका है । 2022 में ही 12 बार न्यूक्लियर लैस मिसाइलें डिप्लॉय की। आपके मन में सवाल होगा कि रूस और यूक्रेन की जंग तीसरे विश्व युद्ध की वजह कैसे बन सकती है ? कैसे चीन और ताइवान की दुश्मनी...लाखों लोगों की जान ले सकती है ? तो इसके लिए पहले विश्व युद्ध और दूसरे विश्व युद्ध की थ्योरी जाननी जरूरी है।

पहले वर्ल्ड वॉर की शुरुआत एक गोली से हुई थी। जून 1914 में ऑस्ट्रिया-हंगरी के सिंहासन के उत्तराधिकारी आर्कड्यूक फ्रांज फर्डिनेंड की गोली मारकर हत्या कर दी। इसके बाद सर्बिया ने ऑस्ट्रिया के खिलाफ युद्ध की घोषणा कर दी जो वर्ल्ड वॉर में बदल गई। इसी तरह दूसरा विश्व युद्ध भी ऐसे ही शुरू हुआ था । जोकि मौजूदा वक्त में दुनिया के कई देशों में देखने को मिल रहा है। जर्मनी की सेना ने पोलैंड के वारसा पर हवाई बम बरसाए थे। जिसके बाद फ्रांस, ब्रिटेन और राष्ट्रमंडल देशों ने जर्मनी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया।

ऐसे में 2022 में जो हालात बने । वो 2023 में तीसरे विश्व युद्ध की वजह ना बन जाएं...इसके लिए हर कोई वॉर ट्रेनिंग कर रहा है। नास्त्रेदमस की 2023 में तीसरे विश्व युद्ध को लेकर एक और भविष्यवाणी बताई जा रही है । जिसमें लिखा है। गेहूं इतना ऊंचा उठेगा कि आदमी एक दूसरे को खा जाएंगे। दुनिया इन लाइनों को रूस और यूक्रेन युद्ध से जोड़कर देख रही है । जिस तरह इस जंग से दुनियाभर में गेहूं की कमी हुई । वो बड़े आर्थिक संकट की आहट सी नजर आ रही है।

2022 में यूक्रेन ने 40 फीसदी कम गेहूं का उत्पादन किया। इसका असर उन देशों पर पर 2023 में पड़ने वाला है । जो इनसे बहुत बड़ा हिस्सा खरीदते थे। मिस्र, तुर्की और बांग्लादेश...ये वो देश हैं जो रूस का आधा गेहूं खरीदते थे। जबकि इंडोनेशिया, फिलीपींस, तुर्की, मिस्र और ट्यूनीशिया...यूक्रेन से गेहूं लेते आ रहे थे

नास्त्रेदमस की तरह ही बाबा वेंगा भी अपनी भविष्यवाणी के लिए मशहूर मानी जाती हैं । बुल्गारिया की बाबा वेंगा की 2023 के लिए ऐसी ही कई भविष्यवाणी बताई जाती है । जिसमें जैविक हथियारों के इस्तेमाल की सबसे ज्यादा चर्चा है । बाबा वेंगा की सालों पुरानी लिखी गई लाइन है। बड़ा देश वायोवेपन का प्रयोग दूसरे पर कर सकता है । इस अटैक में हजारों लोग मारे जाएंगे । और तबाही दिखेगी। वो बड़ा देश कौन सा होगा । इसका जिक्र तो नहीं । मगर दुनियाभर के जानकार जिस तरह जैविक हथियारों को लेकर चिंतित हैं । वो इस भविष्यवाणी के काफी हद तक सटीक बैठते हैं ।

माना जाता है कि दुनिया के 17 देश ऐसे हैं, जो जैविक हथियार बना चुके हैं। अमेरिका के 30 देशों में 336 बायो लैबोरेटरी बताए जाते हैं। दावा किया जाता है कि यूक्रेन की जमीन पर अमेरिका 26 बायो लैब चला रहा है और इसका इस्तेमाल जंग में किए जाने को लेकर कई बार आरोप लगाए गए हैं ।

दुनिया के कई मुल्कों में कहर मचाने वाला कोरोना चीन की देन माना जाता है । और इसे कई जांच एजेंसियों ने जैविक हथियार तक करार दे दिया है । अमेरिका को कुछ दस्तावेज ऐसे मिले थे । जो कोरोना और जैविक हथियारों के कनेक्श की तरफ इशारा कर रहे थे । इसी के बाद से ये चर्चा तेज हो गई कि बगैर सेना भेजे...दुश्मन देश को बर्बाद करने का नया तरीका है जैविक हथियार । और अगर 2023 में इसका इस्तेमाल हुआ...तो बहुत बड़ा संकट गहरा जाएगा।

दूसरा विश्व युद्ध जब खत्म होने के कगार पर था। तब अमेरिका ने जापान के दो शहरों पर परमाणु बम गिराए । और संयोग देखिए । तीसरे विश्व युद्ध की धमकी दी जा रही है । इसके अलावा परमाणु हमले के लिए हथियार भी तैनात कर दिए गए हैं । नास्त्रेदमस और बाबा वेंगा अपनी भविष्यवाणी के लिए जितना मशहूर हैं, उतना मॉडर्न जमाने में कोई नहीं माना जाता । मगर 2023 की शुरुआत होने से पहले एक शख्स की दस भविष्यवाणी खूब सुर्खियां बटोर रही हैं । ये अमेरिका से लेकर ब्रिटेन...और पोलैंड से लेकर फ्रांस पर असर डालने वाली हैं । देखिए ये रिपोर्ट

जिस यूक्रेन पर परमाणु अटैक का खतरा है । जिस अमेरिका ने यूक्रेन को सपोर्ट किया । जिस फ्रांस ने यूक्रेन को हथियार भेजे । और जिस ब्रिटेन से यूक्रेन के बाद सबसे ज्यादा चिढ़ता है रूस । उस मुल्क के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव 2023 की भविष्यवाणी कर रहे हैं । ये 10 भविष्यवाणी ऐसी हैं । अगर ये सच साबित हुई । तो दुनिया का भूगोल बदल जाएगा । जगह-जगह गृहयुद्ध छिड़ेंगे । और टुकड़े-टुकड़े में बंट जाएगा मुल्क ।

ये हैं रूस के पूर्व राष्ट्रपति और रूसी फेडरेशन की सिक्योरिटी काउंसिल में मौजूदा डिप्टी चेयरमैन दिमित्री मेदवेदेव । 2023 के आगाज से ठीक पहले इनके दस अनुमान दुनिया को हैरान कर रहे हैं ।

  • जिनमें बड़ी भविष्यवाणी ये है कि अंतराष्ट्रीय बाजार में तेल के दाम 150 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकते हैं
  • साल 2023 में अमेरिका के कैलिफोर्निया में गृहयुद्ध छिड़ेगा और टेक्सस स्वतंत्र राज्य बन जाएगा
  • पोलैंड और हंगरी यूक्रेन के पश्चिमी क्षेत्रों पर कब्जा कर लेंगे
  • उत्तरी आयरलैंड ब्रिटेन से अलग होकर आयरलैंड गणराज्य में शामिल हो जाएगा
  • ब्रिटेन फिर से ईयू में शामिल होगा और फिर यूरोपियन यूनियन टूट जाएगा
  • फ्रांस और चौथे राइक के बीच युद्ध छिड़ेगा, जिससे यूरोप बंट जाएगा, इस प्रक्रिया में पोलैंड का पुनर्विभाजन होगा

दिमित्री मेदवेदेव को भविष्यवक्ता के तौर पर रूसी मीडिया में प्रसारित किया जा रहा है । और इसका असर बताया जा रहा है पुतिन का वो फैसला, जिससे तेल के दाम बढ़ सकते हैं। पुतिन ने एक फैसला लिया है । जिसके मुताबिक एक फरवरी 2023 से रूस...उन यूरोपियन देशों को तेल का निर्यात नहीं करेगा जो तेल और तेल उत्‍पादों की कीमतों को तय करने की जिद कर रहे हैं।

चेक रिपब्लिक, स्लोवाकिया, जर्मनी और पोलैंड वो देश हैं । जिन पर इसका असर पड़ेगा । रूस का कहना है कि ये प्रतिबंध 5 महीने तक जारी रहेगा । और फिर इससे यूरोप के देशों में तेल महंगा हो जाएगा । यूक्रेन के कुछ हिस्सों पर पोलैंड के 2023 में कब्जा करने वाली भविष्यवाणी की वजह उस मिसाइल से जोड़ी जा रही है । जो इन दोनों देशों के बीच भविष्य में विवाद पैदा कर सकती है ।

दरअसल यूक्रेन की एक मिसाइल पोलैंड में आ गिरी थी। इससे पोलैंड के 2 नागरिकों की मौत हो गई थी। अमेरिका ने इसे गलती बताया। और इस विवाद पर ठंडा पानी डालने की कोशिश की । मगर माना जा रहा है कि आज नहीं तो कल...पोलैंड और यूक्रेन...आमने-सामने होंगे।

पोलैंड को लेकर मेदेवेदेव ने ये भी दावा किया कि इसका 2023 में पुनर्विभाजन होगा । और वजह बनेगा । फ्रांस में छिड़ने वाला युद्ध । दरअसल पिछले कुछ दिनों से फ्रांस की राजधानी पेरिस में बड़े पैमाने पर विद्रोह हो रहा है । ये विरोध कुर्द समुदाय के एक शख्स की मौत के बाद शुरू हुआ । नाराज कुर्दों और पुलिस के बीच झड़पें भी हुईं । वैसे भी फ्रांस में नस्लवाद तेजी से पैर पसारने के संकेत मिल रहे हैं ।

पिछले कई सालों से फ्रांस में रंगभेद की वजह से दंगे हो चुके हैं। इन दंगों में सैकड़ों लोगों की जान जा चुकी हैं। फ्रांस की पुलिस...इन पर हावी होने के लिए जब-तब गोलीबारी करती है । और इसी में छिपे बताए जा रहे है 2023 में फ्रांस की जंग के बीज ।

ये बवाल । आगजनी । गुस्सा और हंगामा । उस मुल्क का है । जिस पर ब्रिटेन ने कब्जा किया है । मगर वहां का अल्पसंख्यक कैथोलिक समुदाय इसे अलग देश मानता है । इसी नॉर्दन आयरलैंड के 2023 में आयरलैंड गणराज्य में मिलने की मेदवेदेव ने भविष्यवाणी की है।

1920-21 में आयरलैंड का बंटवारा हुआ था। जिसमें 32 में से केवल 26 काउंटी को आजाद किया गया। बाकी 6 काउंटी पर ब्रिटेन का कब्जा है, जिसे उत्तरी आयरलैंड भी कहा जाता है।

यहां का बहुत बड़ा समुदाय जब-तब ब्रिटेन के नियमों का विरोध करता है । और फिर ये हिंसा के तौर पर सामने आता है । ठीक इसी तरह मेदवेदेव के जो दावे अमेरिका को लेकर किए गए हैं । वो हैरान कर रहे हैं । इस भविष्यवाणी पर गौर करें तो टेक्सस, अपने ही मुल्क के खिलाफ बगावत कर देगा । और फिर अलग राज्य बन जाएगा ।

यानि गृहयुद्ध की इस आग में अपनों का ही बुरा करेगा अमेरिका । बाद में यही टेक्सस और मेक्सिको मिलकर एक नया राज्य बन जाएगा । इस भविष्यवाणी में ये भी कहा गया है कि अमेरिका में गृहयुद्ध शांत होने पर एलन मस्क कई राज्यों में जीतेंगे । और अमेरिका के राष्ट्रपति बन जाएंगे । हालांकि ये दावे कितने सच साबित होंगे, इस पर अभी संशय है । क्योंकि मेदवेदेव ने पहली बार कोई बड़ी भविष्यवाणी की है।

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