Bangladesh Live Updates: बांग्लादेश में फिर शुरू हुआ हिंसा का दौर, देशभर में 300 की मौत, भारत ने अपने नागरिकों को दी हिदायत

बांग्लादेश में असहयोग आंदोलन को लेकर देशभर में हुई झड़पों, गोलीबारी और जवाबी हमलों में कम से कम 300 लोगों की जान चली गई। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई।

बांग्लादेश में फिर हिंसा

Bangladesh Violence Live Updates: बांग्लादेश के विभिन्न हिस्सों में प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ आवामी लीग के समर्थकों के बीच फिर हिंसा भड़क उठी है। रविवार को भीषण झड़पों में 14 पुलिसकर्मियों सहित 97 लोगों की मौत हो गई और सैकड़ों अन्य घायल हो गए। इसके चलते अधिकारियों ने मोबाइल इंटरनेट सेवा बंद कर दी और अनिश्चितकाल के लिए पूरे देश में कर्फ्यू लागू कर दिया। सरकारी नौकरियों में आरक्षण व्यवस्था के मुद्दे पर हुए बवाल को लेकर सरकार के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी रविवार को ‘स्टूडेंट्स अगेंस्ट डिस्क्रिमिनेशन’ के बैनर तले आयोजित असहयोग कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे। अवामी लीग, छात्र लीग और जुबो लीग के कार्यकर्ताओं ने उनका विरोध किया तथा फिर दोनों पक्षों के बीच झड़प हुई। जानिएअब तक का अपडेट -
  • बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने इस्तीफे की मांग को लेकर हो रहे बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के कारण राजधानी ढाका छोड़ दिया है। सूत्र ने एएफपी को बताया कि वह और उनकी बहन सुरक्षित स्थान के लिए गणभवन (प्रधानमंत्री का आधिकारिक निवास) छोड़ चुके हैं। वह एक भाषण रिकॉर्ड करना चाहती थीं, लेकिन उन्हें ऐसा करने का मौका भी नहीं मिल सका।
  • इस बीच बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के बेटे ने सोमवार को देश के सुरक्षा बलों से उनके शासन पर किसी भी तरह के कब्जे को रोकने का आग्रह किया है। अमेरिका से सजीब वाजेद जॉय ने फेसबुक पर एक पोस्ट में कहा, आपका कर्तव्य हमारे लोगों और हमारे देश को सुरक्षित रखना और संविधान को बनाए रखना है। इसका मतलब है कि किसी भी अनिर्वाचित सरकार को एक मिनट के लिए भी सत्ता में न आने दें, यह आपका कर्तव्य है। वहीं, बांग्लादेश के कानून मंत्री ने कहा कि स्थिति बहुत खराब है, क्या हो रहा है, मुझे खुद नहीं पता।
  • शनिवार और रविवार को हुई हिंसक झड़पों में 100 से अधिक लोग मारे गए। ढाका तक मार्च की आज घोषणा की गई है। छात्र और प्रदर्शनकारी आज दोपहर 2 बजे राजधानी ढाका की ओर मार्च करेंगे, पीएम शेख हसीना को पद छोड़ने की मांग करते हुए कई लाख लोगों के विरोध रैली में शामिल होने की उम्मीद है। जगह-जगह कर्फ्यू का उल्लंघन करते हुए रैली बुलाई गई। देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगा दिया गया है। मोबाइल इंटरनेट निलंबित।रेलवे ने देशभर में ट्रेनों को निलंबित कर दिया है।

भारत सरकार ने जारी की एडवायजरी

उधर, भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा न करने की कड़ी सलाह दी है और बांग्लादेश में भारतीय अधिकारियों ने अस्थिर स्थिति को देखते हुए नागरिकों से सतर्क रहने को कहा है। 15 साल से अधिक समय तक शासन करने के बाद जनवरी में लगातार चौथी बार सत्ता में लौटीं हसीना के लिए विरोध प्रदर्शन एक बड़ी चुनौती बन गए हैं। ऐसा लगता है कि हसीना की सरकार पतन के कगार पर है क्योंकि प्रदर्शनकारी अब एक मांग पर जोर दे रहे हैं - उनका इस्तीफा। भारत ने बांग्लादेश में अपने नागरिकों के लिए एक सलाह जारी की और उनसे अत्यधिक सावधानी बरतने और अपनी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने को कहा। इसने अपने नागरिकों से अगली सूचना तक बांग्लादेश की यात्रा न करने को भी कहा।

झड़पों में कम से कम 300 लोगों की मौत

‘प्रोथोम अलो’ अखबार ने अपनी खबर में बताया कि असहयोग आंदोलन को लेकर देशभर में हुई झड़पों, गोलीबारी और जवाबी हमलों में कम से कम 97 लोगों की जान चली गई। आज पुलिस ने बताया कि अब तक 300 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस मुख्यालय के अनुसार, देशभर में 14 पुलिसकर्मियों के मारे जाने की खबर है जिनमें से 13 सिराजगंज के इनायतपुर थाने के थे। अखबार के अनुसार, कोमिला के इलियटगंज में एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई। इसके अलावा 300 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि आज के विरोध प्रदर्शन में अज्ञात लोग और दक्षिणपंथी इस्लामी शासन तंत्र आंदोलन के कार्यकर्ता शामिल हो गए, जिन्होंने कई प्रमुख राजमार्गों और राजधानी की अंदरूनी सड़कों पर अवरोधक लगा दिए। उन्होंने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस थानों, पुलिस चौकियों, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों और उनके नेताओं के आवासों पर हमला किया तथा कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
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