Bangladesh Protests: हिंसा प्रभावित बांग्लादेश से 778 भारतीय छात्र घर लौटे, आरक्षण विवाद में 105 की मौत

Bangladesh Protests Update: आरक्षण विवाद में बांग्लादेश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच विदेश मंत्रालय ने देश में रह रहे भारतीय नागरिकों को ढाका में भारतीय उच्चायोग द्वारा जारी की गई सलाह का पालन करने का निर्देश दिया है।

पूरे बांग्लादेश में राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया है

मुख्य बातें

  1. बांग्लादेश से 778 भारतीय छात्र विभिन्न भूमि बंदरगाहों के माध्यम से भारत लौट आए हैं
  2. प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार ने पूरे बांग्लादेश में राष्ट्रव्यापी कर्फ्यू लगा दिया है
  3. बांग्लादेश की राजधानी ढाका में सभी तरह के समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है

विदेश मंत्रालय (MEA) ने कहा कि देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के जारी रहने के बीच 778 भारतीय छात्र विभिन्न भूमि बंदरगाहों के माध्यम से बांग्लादेश से भारत लौट आए हैं। सरकारी नौकरियों में आरक्षण को फिर से लागू करने को लेकर बांग्लादेश भर में छात्रों और सुरक्षा बलों तथा सरकार समर्थक कार्यकर्ताओं के बीच झड़प में 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।

विदेश मंत्रालय ने बताया, '778 भारतीय छात्र विभिन्न भूमि बंदरगाहों के माध्यम से भारत लौट आए हैं। इसके अलावा, लगभग 200 छात्र ढाका और चटगांव हवाई अड्डों के माध्यम से नियमित उड़ान सेवाओं द्वारा घर लौट आए हैं। ढाका में भारतीय उच्चायोग और हमारे सहायक उच्चायोग बांग्लादेश में विभिन्न विश्वविद्यालयों में शेष 4000 से अधिक छात्रों के साथ नियमित संपर्क में हैं और आवश्यक सहायता प्रदान कर रहे हैं,नेपाल और भूटान के छात्रों को भी अनुरोध पर भारत में प्रवेश करने में सहायता की गई है।'

ढाका में भारतीय उच्चायोग और चटगांव, राजशाही, सिलहट और खुलना में सहायक उच्चायोग बांग्लादेश में हाल के घटनाक्रमों के बाद भारतीय नागरिकों की घर वापसी में सहायता कर रहे हैं। स्थानीय अधिकारियों के साथ समन्वय में, भारत बांग्लादेश अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीमा पार करने वाले बिंदुओं तक सुरक्षित यात्रा की सुविधा के लिए उच्चायोग और सहायक उच्चायोग द्वारा उपाय किए जा रहे हैं। विदेश मंत्रालय भारतीय नागरिकों के लिए सुगम मार्ग सुनिश्चित करने के लिए नागरिक उड्डयन, आव्रजन, भूमि बंदरगाहों और बीएसएफ अधिकारियों के साथ भी समन्वय कर रहा है।

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