China ने फिर दिखाया 'आतंकी' चेहरा, UN में भारत के प्रस्ताव पर वीटो लगाकर आतंकी हाफिज तलहा सईद को बचाया

China in UN: आतंकवादियों की पनाहगाह पाकिस्तान को पड़ोसी चीन का समर्थन उसके खतरनाक मंसूबों को बेनकाब कर रहा है। आतंक और आतंकवादियों के खिलाफ भारत की लड़ाई में ड्रैगन ने एक बार फिर रोड़ा अटकाने की कोशिश की है।भारत के सबसे बड़े दुश्मन और मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के बेटे हाफिज तलहा सईद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने की भारत की कोशिश पर चीन ने अड़ंगा लगा दिया।

Talha Saeed

दो दिन में दूसरी बार चीन बेनकाब, आतंकी शाहिद महमूद को भी बचाया

मुख्य बातें
  • चीन का आंतक प्रेम फिर उजागर, चीन ने आतंकी को बचाने के लिए लगाया वीटो
  • भारत लाया था तलह सईद पर प्रस्ताव, चीन से वीटो से भारत का प्रस्ताव रुका
  • दो दिन में दूसरी बार चीन बेनकाब, आतंकी शाहिद महमूद को भी बचाया

China in UN: आतंकवाद (Terrorism) को लेकर चीन का दोहरा चरित्र एक बार फिर उजागर हुआ है। चीन ने मुंबई हमले (Mumbai Attack) के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) के बेटे आतंकी हाफिज तलहा सईद (Hafiz Talha Saeed) को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित (Global Terrorist) होने से बचा लिया। UN में भारत (India) ने आंतकी हाफिज सईद के आतंकी बेटे तलह सईद को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने का प्रस्ताव पेश किया था, इसे अमेरिका (America) ने भी समर्थन दिया लेकिन जिनपिंग (Jinping) के हिडन एजेंडे की वजह से प्रस्ताव रुक गया। चीन ने वीटो (Vito) लगाकर आतंकी तलह सईद को बचा लिया। इसके बाद अब सवाल यही उठ रहे हैं कि आखिर दुनिया के सामने आतंकवाद से लड़ने का दावा करने वाला चीन बार-बार आतंकियों को क्यों बचा रहा है। आखिर क्यों जिनपिंग लगातार आतंक को पनाह देने वाले पाकिस्तान (Pakistan) के साथ खड़ा नज़र आता है?

दो दिन में दूसरी बार दिखाया रंग

दो दिन में ये दूसरी बार है, GFX IN जब चीन ने पाकिस्तानी आतंकवादी को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित करने की भारत और अमेरिकी की कोशिश में अड़ंगा डाला है। इससे पहले चीन ने 18 अक्टूबर को लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी शाहिद महमूद को ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में डालने के भारत और अमेरिका के प्रस्ताव को UN में रोक दिया था। पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद से भारत लगातार लड़ा रहा है। इंटरनेशनल स्टेज पर पाकिस्तान को बेनकाब करने की भारत ने हर बार कोशिश की है। लेकिन चीन बार-बार पाकिस्तान को बचाने में अपनी पूरी ताकत झोंक देता है।

लगातार कर रहा है चालबाजियां2022 में ही ये पांचवीं बार है जब चीन ने आतंकवादियों को ब्लैक लिस्ट में शामिल करने के भारत-अमेरिका के प्रस्ताव पर वीटो का इस्तेमाल किया है। सितंबर में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर अगस्त में जैश-ए मोहम्मद प्रमुख मसूद अजहर के भाई अब्दुल रऊफ अजहर और जून में लश्कर और जमात-उद-दावा के आतंकी अब्दुल रहमान मक्की को ड्रैगन ने बचाया। अब दो दिन के भीतर दो आतंकियों को भी चीन ने खुला समर्थन दिया है। चालबाज चीन की इन हरकतों से साफ है कि वो आंतकवाद को लगातार बढ़ावा दे रहा है इसके लिए उसकी पसंद पाकिस्तान है। दुनिया के हर मंच पर चीन आतंकवाद से लड़ने के दावे तो खूब करता है लेकिन जब आतंक के खिलाफ एक्शन की बात आती है तो चीन हमेशा दोहरा चरित्र दिखाता है। वो बार-बार आतंकियों को सपोर्ट करने से बाज नहीं आता।

भारत ने किया था आतंकी घोषितमुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद को भी ग्लोबल टेररिस्ट की लिस्ट में शामिल कराने की भारत की कोशिशों के चीन ने कई बार रोका। हालांकि भारी दबाव के बाद उसे झुकना पड़ा। मगर अब उसने हाफिज के बेटे तलह को बचाकर अपना आतंक प्रेम एक बार फिर जाहिर किया है। हाफिज तलह सईद को मोदी सरकार ने इसी साल 8 अप्रैल को एक UAPA अधिनियम के प्रावधानों के तहत आतंकवादी घोषित किया था। गृह मंत्रालय ने अधिसूचना में साफ किया था कि तलह भारत के हितों के खिलाफ पश्चिमी देशों और अफगानिस्तान में जिहाद फैलाने में शामिल रहा है। GFX OUT इसी कोशिश को आगे बढ़ाते हुए भारत ने UN में प्रस्ताव रखकर तलह को ग्लोबल टेररिस्ट करने की मांग की थी। मगर शी जिनपिंग आतंकियों को बचाने में अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं।

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किशोर जोशी author

राजनीति में विशेष दिलचस्पी रखने वाले किशोर जोशी को और खेल के साथ-साथ संगीत से भी विशेष लगाव है। यह टाइम्स नाउ हिंदी डिजिटल में नेशनल डेस्क पर कार्यरत ...और देखें

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