चीन के दूसरे नंबर के नेता ली क्विंग का अचानक निधन, जिनपिंग के खिलाफ थे मजबूत दावेदार, देशवासी हैरान

ली क्विंग के शी जिनपिंग से असहज संबंध रहे जिन्होंने राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान सत्ता में अपनी पकड़ मजबूत की और पार्टी के संस्थापक माओ से-तुंग के बाद चीन के सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरे।

ली केकियांग का निधन

Li Keqiang: एक वक्त में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के खिलाफ मजबूत दावेदार माने जाने वाले पूर्व प्रधानमंत्री ली केकियांग का शुक्रवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 68 वर्ष के थे। ‘चाइना डेली’ अखबार ने बताया कि ली को गुरुवार को दिल का दौरा पड़ा और उन्हें बचाने की भरपूर कोशिशें की गयीं लेकिन देर रात 12 बजकर 10 मिनट पर शंघाई में उनका निधन हो गया। वह कुछ वक्त से शंघाई में रह रहे थे। ली को एक वक्त में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना (सीपीसी) का नेतृत्व करने के लिए शी के खिलाफ मजबूत दावेदार माना जाता था लेकिन वह करीब एक दशक, मार्च 2013 से मार्च 2023 तक, शी के बाद चीन के दूसरे नंबर के नेता रहे।

एक टिप्पणी से हुआ ली का पतन

वह जाने-माने अर्थशास्त्री थे और दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था की दशकों तक उच्च वृद्धि का अनुभव करने के बाद आर्थिक मंदी से निपटने में उन्होंने काफी मदद की। उनके शी से असहज संबंध रहे जिन्होंने राष्ट्रपति पद पर रहने के दौरान सत्ता में अपनी पकड़ मजबूत की और पार्टी के संस्थापक माओ से-तुंग के बाद चीन के सबसे शक्तिशाली नेता बनकर उभरे। ली ने 2020 में अपने वार्षिक संवाददाता सम्मेलन में खुलासा किया था कि चीन के 60 करोड़ लोगों की मासिक आय बमुश्किल 140 डॉलर है। यह टिप्पणी दुनियाभर में सुखियां बनीं और पार्टी नेतृत्व को यह पसंद नहीं आया था।

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