Pakistan Election: पाकिस्तान आम चुनाव में तैनात होगी सेना? जानें इमरान खान का क्या होगा

Pakistan Chunav: पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने सरकार से आम चुनाव के दिन सेना तैनात करने को कहा है। वहीं निर्वाचन आयोग ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को पार्टी का नेतृत्व करने से रोकने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। आपको पाकिस्तान चुनाव से जुड़ा अपडेट बताते हैं।

Imran Khan Pakistan

चुनाव आयोग ने आम चुनाव के दिन पाकिस्तान में सेना तैनात करने को कहा।

Pakistan Election News: पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने 2.77 लाख पुलिसकर्मियों की कमी का हवाला देते हुए सरकार से आठ फरवरी को होने वाले आम चुनाव के दौरान शांति बनाए रखने के लिए सेना तैनात करने को कहा है। चुनाव निकाय द्वारा गृह मंत्रालय को लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि प्रांतीय पुलिस बल मतदान के दौरान सुरक्षा प्रदान करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसने पत्र में लिखा कि आगामी आम चुनाव के लिए कम से कम 5,91,106 सुरक्षाकर्मियों की आवश्यकता है और प्रांतों तथा देश में 2,77,558 पुलिसकर्मियों की कमी है।

पाकिस्तानी सेना और अर्धसैनिक बलों की तैनाती

चुनाव आयोग ने कहा कि कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए मतदान के दिन पाकिस्तानी सेना और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाना चाहिए। इसने मंत्रालय से सात दिसंबर से पहले आयोग को इस बारे में सूचित करने को कहा। वहीं पाकिस्तान निर्वाचन आयोग ने इमरान को पार्टी का नेतृत्व करने से रोकने की याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है।

क्या पीटीआई प्रमुख पद से हटाए जाएंगे इमरान?

पाकिस्तान के निर्वाचन आयोग ने मंगलवार को उस याचिका पर अपना फैसला सुरक्षित रख लिया जो तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषसिद्धि के कारण इमरान खान को पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख पद से हटाने के लिए दायर की गई थी। मीडिया की एक खबर में यह कहा गया है। याचिका तीन अक्टूबर को दायर की गई थी और दो महीने बाद दो दिसंबर को, इमरान खान ने तोशाखाना मामले में अयोग्य ठहराए जाने के कारण निर्वाचन आयोग के आदेश के अनुरूप पार्टी अध्यक्ष पद के लिए आंतरिक चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया।

गोहर अली खान को इमरान खान ने सौंपा था जिम्मा

जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री खान (71) ने इस महीने की शुरुआत में बैरिस्टर गोहर अली खान को उस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए चुना, जिसकी उन्होंने स्थापना की थी। दो दिसंबर को पार्टी के आंतरिक चुनावों में बैरिस्टर गोहर को आधिकारिक तौर पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ का निर्विरोध प्रमुख चुना गया था। खान पांच अगस्त से जेल में हैं, जब उन्हें तोशाखाना मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद गिरफ्तार किया गया था। इसी मामले में सरकारी खजाने से मिले उपहारों की बिक्री से प्राप्त आय का खुलासा करने में विफल रहने के कारण उन्हें पाकिस्तान निर्वाचन आयोग (ईसीपी) द्वारा भी अयोग्य घोषित कर दिया गया था।

नए अध्यक्ष के खिलाफ दायर की जाएगी याचिका?

‘जियो न्यूज’ की खबर के अनुसार, मंगलवार को सुनवाई के दौरान खान की पार्टी के वकील शोएब शाहीन ने कहा कि याचिका निरर्थक हो गई है क्योंकि पार्टी ने अपना नया अध्यक्ष चुन लिया है। उन्होंने कहा कि ईसीपी को पार्टी के भीतर आंतरिक चुनाव का रिकॉर्ड सौंप दिया गया है और मामला अब खत्म हो जाना चाहिए। वकील शाहीन ने यह भी कहा कि अगर ईसीपी इस मामले को सुनना चाहता है तो उसे दायर की गई एक याचिका के साथ जोड़ना चाहिए जिसमें पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के संस्थापक सदस्य अकबर एस बाबर ने पार्टी के आंतरिक चुनावों पर आपत्ति जताई है। खबर में मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) सिकंदर सुल्तान राजा के हवाले से कहा गया है, 'आप खालिद महमूद (याचिकाकर्ता के वकील) को नए अध्यक्ष के खिलाफ याचिका दायर करने का मौका दे रहे हैं।'

पार्टी में कोई पद नहीं संभाल सकते हैं इमरान खान

वकील महमूद ने सीईसी से यह भी अनुरोध किया कि आदेश में यह उल्लेख किया जाए कि दोषी ठहराए जाने के कारण इमरान खान पार्टी में कोई पद नहीं संभाल सकते। ‘जियो न्यूज’ ने कहा, 'पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन), पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) सहित कई राजनीतिक दलों ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के आंतरिक चुनावों को फर्जी करार दिया है, वहीं खान की पार्टी के संस्थापक सदस्यों ने प्रक्रिया पर आपत्ति जताई है और आंतरिक चुनाव को निर्वाचन आयोग में चुनौती देने की घोषणा की है।'

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