पहली बार लेजर के माध्‍यम से चंद्रमा से कहीं बहुत आगे भेजा गया डाटा, NASA का प्रयोग सफल

परीक्षण डेटा भी अपलिंक और डाउनलिंक लेजर के माध्यम से एक साथ भेजा गया था, एक प्रक्रिया जिसे "लिंक बंद करना" के रूप में जाना जाता है जो प्रयोग का प्राथमिक उद्देश्य है।

पहली बार लेजर के माध्‍यम से चंद्रमा से कहीं बहुत आगे भेजा डाटा गया (प्रतीकात्मक फोटो- Pixabay)

साइकी अंतरिक्ष यान पर हाल ही में लॉन्च किए गए नासा के डीप स्पेस ऑप्टिकल कम्युनिकेशंस (डीएसओसी) प्रयोग ने पहली बार चंद्रमा से कहीं बहुत दूर लेजर के माध्यम से डेटा भेज और प्राप्‍त कर "पहली रोशनी" हासिल की है। ऑप्टिकल संचार को पृथ्वी की निचली कक्षा और चंद्रमा की कक्षा के बीच प्रदर्शित किया गया है। डीएसओसी गहरे अंतरिक्ष में पहला परीक्षण है।

डीएसओसी प्रयोग अंतरिक्ष यान के संचार करने के तरीके को बदल सकता है। इसके तहत लगभग 1.6 करोड़ किलोमीटर दूर - पृथ्वी से चंद्रमा की दूरी से लगभग 40 गुना अधिक - से परीक्षण डेटा के साथ एन्कोडेड एक निकट-अवरक्त लेजर को कैलिफोर्निया प्रांत के सैन डिएगो काउंटी के कैल्टेक के पालोमर वेधशाला में हेल टेलीस्कोप तक भेजा है। अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि यह ऑप्टिकल संचार का अब तक का सबसे दूर का प्रदर्शन है।

End Of Feed