बटर चिकन से लेकर बिरयानी तक, भारत का जायका परोस रहा है केपटाउन का ‘बिहारी’, ग्रीम स्मिथ से लेकर धोनी और विराट भी मुरीद
न्यूलैंड्स स्टेडियम के पास सदर्न सन होटल में स्थित इस भारतीय रेस्त्रां के व्यंजनों का स्वाद ग्रीम स्मिथ से लेकर केशव महाराज तक और महेंद्र सिंह धोनी से लेकर विराट कोहली तक चख चुके हैं।
केपटाउन का बिहारी रेस्टोरेंट
Captown Bihari Restaurant: केपटाउन के इस रेस्तरां का नाम ‘बिहारी’ है लेकिन मेनू में लिट्टी चोखा या चंपारन मीट नहीं मिलेगा बल्कि तंदूर में पकते सात किस्म के नान, देग पर चढ़ी दाल मखनी और थालियों में सज रहे बटर चिकन को देखकर उत्तर भारत का कोई ढाबा याद आता है। भारत से हजारों मील दूर दक्षिण अफ्रीका के इस खूबसूरत शहर में इस रेस्तरां में उमड़ी भीड़ भारतीय जायके की लोकप्रियता की बानगी देती है। बटर चिकन से लेकर बिरयानी और भुना गोश्त से लेकर लैंब विंडालू तक, सब कुछ यहां मिल जायेगा। दरवाजे पर स्वागत के लिये रॉयल बंगाल टाइगर की कलाकृति, दरवाजे पर और रिसेप्शन पर गणपति के वॉल स्टीकर, पार्श्व में बजते पुराने बॉलीवुड गीत और वेटर का नमस्कार के साथ अभिवादन। ‘बिहारी’ के कोने-कोने पर भारतीयता का अहसास है।
ग्रीम स्मिथ से लेकर धोनी और विराट भी पहुंचेन्यूलैंड्स स्टेडियम के पास सदर्न सन होटल में स्थित इस भारतीय रेस्त्रां के व्यंजनों का स्वाद ग्रीम स्मिथ से लेकर केशव महाराज तक और महेंद्र सिंह धोनी से लेकर विराट कोहली तक चख चुके हैं। लंदन में जन्मी डोन्ना रोस ने पंद्रह साल पहले न्यूलैंड्स में भारतीय खाने की तलाश में इस रेस्त्रां की शुरूआत की थी तो उन्होंने सोचा भी नहीं था कि एक दिन स्थानीय लोगों के साथ दक्षिण अफ्रीका और यहां दौरे पर आने वाले भारतीय क्रिकेटरों को भी इसका स्वाद इतना पसंद आएगा। रेस्त्रां मैनेजर मेगन ने बताया, डोन्ना लंदन में भारतीय खाने की दीवानी थी लेकिन यहां आकर बसने के बाद उन्हें वैसा खाना नहीं मिला। जब उन्हें यह रेस्त्रां खोलने का मौका मिला तो उनके लिये यह सोने पे सुहागे जैसा था। यहां सारे शेफ उत्तर भारत के हैं जो ताज ग्रुप समेत कई बड़े होटलों में काम कर चुके हैं।
क्रिकेटरों का फेवरेट रेस्टोरेंट
‘बिहारी’ नाम रखने का कारण पूछने पर उन्होंने कहा, यह भारत के एक लोकप्रिय प्रदेश का नाम है और साथ ही एक हिंदू देवता (कृष्ण) का भी। हमें गूगल पर भी यह काफी खोजा गया शब्द लगा तो हमने यही नाम चुना। उत्तराखंड से यहां आये मुख्य शेफ जितेंद्र सिंह नेगी ने बताया, सुनील गावस्कर, धोनी और कोहली भी यहां आ चुके हैं। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका के केशव महाराज ने हफ्ता भर यहीं खाना खाया। वह शाकाहारी हैं और उन्हें यहां दाल मखनी और पनीर बहुत पसंद आया।
कोयले पर पकता है खाना
बटर चिकन, कोरमा, ग्रिल की हुई चीजें, चिकन मलाई टिक्का यहां सबसे ज्यादा पसंद किया जाता है जिसके लिए सुबह ही से तंदूर लग जाता है। खाना पारंपरिक तौर पर कोयले पर पकता है और मिट्टी के बर्तनों में परोसा जाता है। लैंब रोगन जोश, शमी कबाब, प्रॉन कोरमा, बटर चिकन और पनीर टिक्का के अलावा समोसा यहां काफी लोकप्रिय है। शेफ रविंदर सिंह ने बताया, हम अलग-अलग ग्रेवी बनाकर रख लेते हैं। इसके बाद ग्राहक की पसंद के अनुसार तीखा या सादा परोसा जाता है। मसाले पहले तो भारत से ही आते थे लेकिन अब कुछ यहां भी मिलने लगे हैं। सुबह से देर रात तक तंदूर चालू रहता है जिसमें स्नैक्स के साथ सात तरह के नान (पेशावरी, बटर, चिली, चीज गार्लिक वगैरह) बनाये जाते हैं।
शुक्रवार से रविवार तक पैर रखने की जगह नहीं
उन्होंने कहा, शुक्रवार से रविवार तक तो यहां पैर रखने की जगह नहीं होती। यह केपटाउन के सबसे व्यस्त रेस्त्रां में से एक है। यहां हैदराबादी बिरयानी के लिये प्री बुकिंग करानी पड़ती है जिसकी डिलिवरी भी बहुत ज्यादा होती है। रेस्त्रां में मौजूद दक्षिण अफ्रीका की एना ने कहा कि उन्हें भारतीय खाना बहुत पसंद है और वह लगभग हर सप्ताह यहां आती हैं। उन्होंने कहा, यहां का लैंब वंडालू मेरा फेवरिट है। मेरे दोस्तों को भी यह जगह बहुत पसंद है और हम अक्सर यहां आते हैं। भारतीय खाना काफी मसालेदार और स्वादिष्ट होता है और हमें बार-बार खींच लाता है।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
हिजबुल्लाह के खिलाफ इजराइल की बड़ी कार्रवाई, मार गिराया मुख्य प्रवक्ता
पीएम मोदी नाइजीरिया से ब्राजील के लिए रवाना, जी20 शिखर सम्मेलन में होंगे शामिल
Sheikh Hasina: बांग्लादेश भारत से पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को स्वदेश भेजने की करेगा मांग
Flight Struck By Bullet: उड़ान भरने के लिए तैयार था प्लेन, तभी हुआ फायर और विमान में जा घुसी बुलेट
Ancient Sculptures: अमेरिकी अधिकारियों ने तस्करी की गई 1,440 प्राचीन मूर्तियां भारत को वापस लौटाई
© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited