हमास तो फिलिस्तीन के लिए पर हिजबुल्ला किसके लिए इजराइल से लड़ रहा है? देखिए इनसाइड स्टोरी

हिजबुल्लाह को संयुक्त राज्य अमेरिका और कई पश्चिमी देशों के साथ-साथ अमेरिका-सहयोगी खाड़ी देशों और सऊदी अरब द्वारा "आतंकवादी संगठन" करार दिया गया है।

इजराइल इस समय दो तरफ से घिरा है, एक तरफ से हमास उस पर रॉकेट से हमले बोल रहा है तो दूसरी ओर लेबनान की साइड से हिजबुल्ला भी हमला बोल रहा है। हमास का तो समझ में आता है कि उसकी लड़ाई फिलिस्तीन के लिए है, लेकिन हिजबुल्ला आखिर क्यों इजराइल से उलझा है, फिलिस्तीन के लिए या फिर किसी और वजह के लिए, देखिए इस रिपोर्ट में।

कैसे पैदा हुआ हिज़्बुल्लाह

हिज़्बुल्लाह, जिसका शाब्दिक अनुवाद "भगवान की पार्टी" है, 1982 में स्थापित एक शिया सशस्त्र और राजनीतिक समूह है। यह दक्षिणी लेबनान पर इज़राइल के कब्जे के बाद बना था। लेबनान पर इज़राइली आक्रमण के बाद ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स द्वारा समर्थित सशस्त्र समूहों से यह संगठन उभरा था। हिज़्बुल्लाह अपने सटीक रॉकेट और एक दुर्जेय लड़ाकू बल के लिए जाना जाता है।

आतंकी संगठन

हिजबुल्लाह को संयुक्त राज्य अमेरिका और कई पश्चिमी देशों के साथ-साथ अमेरिका-सहयोगी खाड़ी देशों और सऊदी अरब द्वारा "आतंकवादी संगठन" करार दिया गया है। हिज़्बुल्लाह का मुख्य उद्देश्य इज़राइल को हराना और मध्य पूर्व से पश्चिमी उपनिवेशवादी संस्थाओं को बाहर निकालना है। लेबनान में इजरायली सेना के खिलाफ उनके निरंतर अभियान और अन्य देशों में इजरायली नागरिकों पर हमले इस लक्ष्य के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाते हैं।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल

लेटेस्ट न्यूज

शिशुपाल कुमार author

पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में एक अपनी समझ विकसित की है। जिसमें कई सीनियर सं...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited