एफबीआई, CIA से कैसे अलग है अमेरिका की सीक्रेट सर्विस, कौन सा करती है काम

US Secret Service : डोनाल्ड ट्रंप (78) शनिवार को पेनसिल्वेनिया में एक रैली में उस समय बाल-बाल बच गए, जब 20 वर्षीय हमलावर ने उन पर कई गोलियां चलाईं। इस हमले में वह जख्मी हो गए और उनके कान पर चोट आई। गोलीबारी की इस घटना में ट्रंप की रैली में मौजूद एक व्यक्ति की जान चली गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति की सुरक्षा करते हैं सीक्रेट सर्विस के एजेंट्स।

मुख्य बातें
  • अपने ऊपर हमले के बाद ट्रंप ने देशवासियों से एकता की अपील की
  • जानलेवा हमले के एक दिन बाद मिलवाउकी पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप
  • अमेरिका में आगामी नवंबर में होना है राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव

US Secret Service : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति एवं रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप पर जानलेवा हमले के बाद सीक्रेट सर्विस की आलोचना हो रही है। रिपब्लिकन नेता सुरक्षा एजेंसी पर लापरवाही और जांच धीमे गति से करने का दावा कर रहे हैं। रिपब्लिकन नेताओं ने राष्ट्रपति जो बाइडेन से सीक्रेट सर्विस के काम की समीक्षा करने की भी मांग कर रहे हैं। बता दें कि सीक्रेट सर्विस के कंधों पर मौजूदा एवं पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा की जिम्मेदारी होती है। अमेरिकी राष्ट्रपति एवं पूर्व राष्ट्रपति हमेशा सीक्रेट सर्विस के तेजतर्रार एवं काबिल एजेंटों के सुरक्षा घेरे में रहते हैं। अमेरिका की यह सीक्रेट सर्विस होमलैंड सेक्युरिटी (गृह मंत्रालय) के तहत आती है।

जाली करेंसी, आर्थिक अपराधों की जांच भी करती है

राष्ट्रपति एवं पूर्व राष्ट्रपति की सुरक्षा करने के अलावा यह एजेंसी आपराधिक जांच एवं जाली करेंसी और आर्थिक अपराधों की भी जांच करती है। साल 1901 में राष्ट्रपति विलियम मैकेन्ली की हत्या के बाद इस एजेंसी पर राष्ट्रीय स्तर के नेताओं, उनके परिवार एवं अमेरिका पहुंचने वाले विदेशी नेताओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी दे दे गई। अमेरिका जब अपने गृह युद्ध के अंतिम दौर से गुजर रहा था तो उस समय अमेरिका में आधी करेंसी के जाली होने का अनुमान था। इसकी जांच के लिए 1865 में डिपार्टमेंट ऑफ ट्रेजरी के अधीन सीक्रेट सर्विस की स्थापना हुई। जाली नोटों पर बहुत हद तक रोक लगाने के बाद सीक्रेट सर्विस संघीय अपराधों एवं तस्करी जैसे अपराधों की जांच करती रही।

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