गाजा में युद्धविराम पर प्रस्ताव को लेकर US ने नहीं दिया साथ, इजराइल ने साधा अमेरिका पर निशाना

गाजा में युद्ध पिछले साल अक्टूबर में इजरायल पर हमास आतंकवादी समूह के हमले के बाद शुरू हुआ था। इजराइल के जवाबी हमले में 20 हजार से अधिक गाजावासियों की जान चली गई है।

बेंजामिन नेतन्याहू

US-Israel in UN: संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने सोमवार को गाजा में तत्काल युद्धविराम के आह्वान को लेकर इजराइल और अमेरिका के बीच मनमुटाव पैदा हो गया। प्रस्ताव को लेकर इजराइल का मुख्य सहयोगी अमेरिका मतदान में अनुपस्थित रहा। मतदान के बाद इजराइल ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए कहा कि अमेरिका ने आज संयुक्त राष्ट्र में अपनी नीति छोड़ दी है। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने संयुक्त राष्ट्र में मतदान के विरोध में राजनयिक प्रतिनिधिमंडल की वाशिंगटन यात्रा भी रद्द करने का फैसला किया।

नेतन्याहू ने जताई नाराजगी

एक बयान में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा, कुछ दिन पहले अमेरिका ने सुरक्षा परिषद के एक प्रस्ताव का समर्थन किया था, जिसमें युद्धविराम के आह्वान को बंधकों की रिहाई से जोड़ा गया था। चीन और रूस ने उस प्रस्ताव को आंशिक रूप से वीटो कर दिया और उन्होंने उस युद्धविराम का विरोध किया जो बंधकों की रिहाई से जुड़ा था। आज, रूस और चीन नए प्रस्ताव के समर्थन में अल्जीरिया और अन्य के साथ शामिल हो गए। अफसोस की बात है कि अमेरिका ने नए प्रस्ताव को वीटो नहीं किया।

अमेरिका पर साधा निशाना

इजराइल ने अमेरिका के मतदान से दूर रहने को युद्ध की शुरुआत के बाद से सुरक्षा परिषद में लगातार अपनी स्थिति से हटना करार दिया। इजराइल ने कहा, आज के प्रस्ताव से हमास को उम्मीद है कि अंतरराष्ट्रीय दबाव इजरायल को हमारे बंधकों की रिहाई के बिना युद्धविराम स्वीकार करने के लिए मजबूर करेगा, जिससे युद्ध के प्रयास और बंधकों को रिहा करने के प्रयास दोनों को नुकसान होगा। बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वह अब दक्षिणी गाजा शहर राफा में एक योजनाबद्ध इजरायली सैन्य अभियान पर चर्चा करने के लिए वाशिंगटन में एक इजरायली प्रतिनिधिमंडल भेजने की योजना पर अमल नहीं करेंगे।
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