Japan: Late Night तक काम पर लगी रोक और पैदा होने लगे ज्यादा बच्चे, जापान में आबादी बढ़ाने का फॉर्मूला
Japan: जापानी सांसद और प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा के सलाहकार मसाको मोरी ने इस साल की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि अगर गिरती जन्म दर की समस्या बनी रही तो जापान खत्म हो जाएगा।
जापान में इस फॉर्मुले से बढ़ने लगी आबादी (प्रतीकात्मक फोटो- Pixabay)
Japan: जापान में पिछले कुछ सालों में लोग बच्चे पैदा करने में रुचि नहीं दिखा रहे थे, जिससे जापान के सामने आबादी कम होने का संकट दिख रहा था, लेकिन अब जापान के हाथ एक ऐसा फॉर्मुले लगा है जिससे बच्चों की जन्म दर में अप्रत्याशित वृद्धि देखने को मिली है। जापान की एक कंपनी ने देर रात तक काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया, इसका नतीजा ये हुआ है कि उसके कर्मचारियों के ज्यादा बच्चे पैदा होने लगे। कर्मचारियों को इसके लिए समय मिला और वो बच्चे पैदा करने में रुचि दिखाने लगे।
जापान की बड़ी समस्या है घटती आबादी
जापानी सांसद और प्रधान मंत्री फुमियो किशिदा के सलाहकार मसाको मोरी ने इस साल की शुरुआत में चेतावनी दी थी कि अगर गिरती जन्म दर की समस्या बनी रही तो जापान खत्म हो जाएगा। लेकिन, जापानी कंपनी इटोचू कॉर्प की एक नीति ने देश को इस समस्या के समाधान का रास्ता दिखा दिया है।
वर्क कल्चर का प्रभाव
जापान का वर्क कल्चर ऐसा है कि वहां कर्मचारी वर्ग के लोग परिवार के ज्यादा समय नहीं बिता पाते हैं, खासकर महिला श्रमिक। ऐसे में वो धीरे-धीरे बच्चा पैदा करने में रुचि कम दिखाने लगे। इसके बाद जापानी कंपनी इटोचू कॉर्प ने एक खास नीति लागू कर दी
कंपनी ने लागू कर दिया नियम
कंपनी ने देर रात तक काम करने की पॉलिसी को बंद कर दिया। इटोचू कॉर्प के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मासाहिरो ओकाफूजी ने कुछ दुर्लभ मामलों को छोड़कर, रात 8:00 बजे (स्थानीय समय) के बाद कार्यालय में काम करने पर प्रतिबंध लगा दिया और ओवरटाइम रद्द कर दिया। इस नीति को लागू करने के बाद सुरक्षा गार्ड और मानव संसाधन कर्मचारी टोक्यो में इटोचू के कार्यालय भवन के चक्कर लगाते थे और लोगों को घर जाने के लिए कहते थे। जो लोग फिर भी अपना काम खत्म करने पर जोर देते थे उनसे कहा गया कि वे इसे पूरा करने के लिए अगले दिन जल्दी आएं, उन्हें अतिरिक्त भुगतान किया जाएगा।
क्या फायदा हुआ
कंपनी की यह नीति काम कर गई। कंपनी को भी अच्छा मुनाफा होने लगा। इसके अलावा कर्मचारियों के बीच प्रजनन दर दोगुनी हो गई है। इटोचू के कार्यकारी उपाध्यक्ष फुमिहिको कोबायाशी ने ब्लूमबर्ग को बताया, "हमने उत्पादकता बढ़ाने की योजना बनाई थी लेकिन हमें नहीं पता था कि इसका जन्मदर पर असर पड़ेगा।"
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शिशुपाल कुमार author
पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करते हुए खोजी पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र...और देखें
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