Rail Force One : बाइडेन से लेकर दुनिया के ये नेता 'रेल फोर्स वन' की कर चुके हैं सवारी, इसी ट्रेन से वापस भी होंगे PM मोदी
Rail Force One Train : दुनिया के अन्य नेताओं को भी यह ट्रेन कीव ला चुकी है। युद्ध शुरू होने के बाद सबसे पहले मार्च 2022 में इस ट्रेन में सवार होकर पौलैंड, स्लोवानिया और चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री कीव पहुंचे। पीएम मोदी 10 घंटे ट्रेन की यात्रा करने के बाद कीव पहुंचे। वह इसी ट्रेन से वापस पोलैंड भी जाएंगे।
1991 में यूएसएसआर से अलग हुआ यूक्रेन।
- 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर किया हमला
- इसके बाद से यूक्रेन का एयर स्पेस बंद चल रहा है
- दुनिया के नेता इसी ट्रेन में सवार होकर यूक्रेन पहुंचे हैं
Rail Force One : पोलैंड की अपनी दो दिनों की आधिकारिक यात्रा पूरी करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ट्रेन के जरिए यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे हैं। यहां पीएम मोदी की मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से होगी। जेलेंस्की से होने वाली बातचीत पूरी दुनिया की नजरें लगी हुई हैं। समझा जाता है कि इस मुलाकात के दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म करने को लेकर विकल्पों पर चर्चा हो सकती है। यहां तक कि कहा जा रहा है कि युद्ध समाप्त कराने के लिए प्रधानमंत्री मोदी कोई शांति योजना एवं प्रस्ताव पेश कर सकते हैं।
कीव से इसी ट्रेन से वापसी करेंगे पीएम मोदी
पीएम मोदी का यह यूक्रेन दौरा काफी संक्षिप्त है। वह कीव में मात्र 7 घंटे रहेंगे। इसके बाद वह दोबारा इसी ट्रेन में सवार होकर वापस पोलैंड पहुंचेंगे। इस सात घंटे के लिए उन्होंने ट्रेन से 10 घंटे का सफर किया है। पीएम मोदी पोलैंड से ट्रेन में सवार होकर शुक्रवार को कीव पहुंचे। लोगों की उत्सुकता इस ट्रेन के बारे में जानने की है। पीएम मोदी जिस ट्रेन में सवार होकर कीव पहुंचे हैं, इस ट्रेन का नाम 'रेल फोर्स वन' है। 24 फरवरी 2022 को रूस ने यूक्रेन पर हमला किया और इसके बाद से यूक्रेन का एयर स्पेस बंद है। इसलिए, यूक्रेन आने वाले दुनिया के हर राष्ट्राध्यक्ष इस ट्रेन के जरिए कीव पहुंचते रहे हैं। यहां तक कि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन भी इसी ट्रेन से कीव पहुंचे थे।
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जो बाइडेन भी कर चुके हैं सवारी
रिपोर्टों के मुताबिक 'रेल फोर्स वन' डीजल से चलने वाली ट्रेन है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन पिछले साल फरवरी में इसी ट्रेन में सवार होकर अचानक से कीव पहुंचे थे। इस ट्रेन को यूक्रेन की रेलवे चलाती है। इसमें लकड़ी के बने सुंदर केबिन और उस पर नक्काशी की हुई है। इसमें वार्ता करने के लिए एक लंबा टेबल, बैठने के लिए सोफा और टीवी भी लगा है। बताया जाता है कि राष्ट्राध्यक्ष की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए इस ट्रेन में उन्नत रक्षा उपकरण एवं प्रणाली लगी हुई है।
दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष इसी ट्रेन से कीव पहुंचे
दुनिया के अन्य नेताओं को भी यह ट्रेन कीव ला चुकी है। युद्ध शुरू होने के बाद सबसे पहले मार्च 2022 में इस ट्रेन में सवार होकर पौलैंड, स्लोवानिया और चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री कीव पहुंचे। इसके बाद यूरोपीयन आयोग के अध्यक्ष, ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन, कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो और अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन इस ट्रेन में सवार होकर यूक्रेन आए। यही नहीं, जून 2022 में जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, इटली के पीएम मारियो द्राघी इसी ट्रेन में सवार होकर कीव पहुंचे। यहां तक कि कीव आने के लिए हॉलीवुड अभिनेता सीन पेन और म्यूजिक सुपरस्टार बोनो इसी ट्रेन में सवार हुए।
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किसी भारतीय पीएम की पहली यूक्रेन यात्रा
पीएम मोदी राष्ट्रपति जेलेंस्की के निमंत्रण पर यूक्रेन आए हैं। कीव की यात्रा से लगभग छह सप्ताह पहले मोदी ने रूस की यात्रा की थी जिसके लिए अमेरिका और उसके कुछ पश्चिमी सहयोगियों ने उनकी आलोचना की थी। देश के 1991 में स्वतंत्र होने के बाद से यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यूक्रेन यात्रा है। नई दिल्ली से रवाना होने से पहले मोदी ने कहा था कि ‘एक मित्र और साझेदार’ के रूप में ‘हम’ क्षेत्र में शांति और स्थिरता की शीघ्र बहाली की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा था, ‘द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने और यूक्रेन संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान पर दृष्टिकोण साझा करने के लिए राष्ट्रपति जेलेंस्की के साथ पहले की बातचीत को आगे बढ़ाने के अवसर की प्रतीक्षा कर रहा हूं।’
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