'हर महिला की जीत': मरियम नवाज ने पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की पहली महिला CM बनकर रच दिया इतिहास

पीएमएल-एन नेता मरियम नवाज ने कहा कि उनके पिता और तीन बार के पाकिस्तान पीएम नवाज शरीफ और उनके चाचा शहबाज शरीफ, जो देश के अगले प्रधान मंत्री बनने के लिए तैयार हैं, की विरासत को संभालना आसान नहीं है।

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पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज

पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज की वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की बेटी मरयम नवाज ने सोमवार को पाकिस्तान के सबसे अधिक आबादी वाले पंजाब प्रांत की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। उनकी पार्टी ने इसे देश के लिए 'बड़ी उपलब्धि' बताया।पीएमएल-एन की 50 वर्षीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरयम ने पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ (PTI) समर्थित सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल के निर्वाचित प्रतिनिधियों के बहिर्गमन के बीच मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।
पाकिस्तान के तीन बार प्रधानमंत्री रहे नवाज शरीफ की 50 वर्षीय बेटी मरियम नवाज सोमवार को पाकिस्तान में पश्चिमी पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री बनीं।पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की वरिष्ठ उपाध्यक्ष मरियम ने मुख्यमंत्री चुनाव जीतने के बाद पंजाब की प्रांतीय विधानसभा में अपने पहले भाषण में कहा, "यह हर महिला, हर मां, हर बहन की जीत है।"
उन्होंने अपने पिता नवाज शरीफ और चाचा शहबाज शरीफ की मौजूदगी में गवर्नर हाउस में एक समारोह में मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली।
पीएमएल-एन ने 'एक्स' पर पोस्ट में लिखा, 'इतिहास बन गया है। मरयम नवाज शरीफ ने पंजाब की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। पाकिस्तान के लिए बड़ी छलांग।’
प्रांतीय विधानमंडल में अपने पहले भाषण में मरयम ने ईश्वर, अपने पिता नवाज शरीफ, चाचा शहबाज शरीफ और उन्हें वोट देने वाले जनप्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया।मरयम ने कहा कि वह उस पद पर बैठकर खुश हैं, जहां उनके पिता बैठते थे। नवाज़ शरीफ़ की राजनीतिक उत्तराधिकारी मानी जाने वाली मरयम ने कहा, 'मेरे पिता ने मुझे सिखाया कि कार्यालय कैसे चलाना है।'

'आज सूबे की हर औरत एक महिला मुख्यमंत्री को देखकर गर्व महसूस कर रही है'

उन्होंने कहा, ''आज सूबे की हर औरत एक महिला मुख्यमंत्री को देखकर गर्व महसूस कर रही है।''मरयम ने उम्मीद जताई कि महिला नेतृत्व की परंपरा भविष्य में भी जारी रहेगी।पीएमएल-एन नेता ने कहा कि उन्होंने जेल में कैद होने जैसा कठिन समय देखा है, लेकिन उन्हें मजबूत बनाने के लिए वह अपने विरोधियों की आभारी हैं।

पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की आबादी 12 करोड़ है

उन्होंने परोक्ष रूप से पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा और पाकिस्तान के पूर्व मुख्य न्यायाधीश साकिब निसार का जिक्र करते हुए कहा, ''लेकिन मैं बदला नहीं लूंगी।''मरयम ने कहा कि उनकी अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ बदले की कोई इच्छा नहीं है जिन्होंने उनके पिता नवाज शरीफ और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उन्हें जेल में डाला था।मरयम को 220 वोट मिले हैं। मरयम पीटीआई-समर्थित सुन्नी इत्तेहाद काउंसिल (एसआईसी) के राणा आफताब को हराकर राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण पंजाब प्रांत की मुख्यमंत्री बनीं। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की आबादी 12 करोड़ है।
सत्र की अध्यक्षता कर रहे नवनिर्वाचित अध्यक्ष मलिक अहमद खान ने कहा, 'मतों की गिनती हो चुकी है, जिसके अनुसार मरयम को 220 वोट मिले हैं और एसआईसी उम्मीदवार राणा आफताब को शून्य वोट मिले हैं।' पंजाब विधानसभा में पीटीआई समर्थित एसआईसी के 113 विधायकों में से 103 सदस्यों ने शपथ ली। मरयम को पीएमएल-एन सहयोगियों, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी), पाकिस्तान मुस्लिम लीग-क्यू (पीएमएल-क्यू) और इस्तेकाम-ए-पाकिस्तान पार्टी (आईपीपी) का समर्थन प्राप्त था।
मुख्यमंत्री पद के लिए एसआईसी के दावेदार आफताब को सदन में बोलने की अनुमति नहीं मिलने के बाद पीटीआई समर्थित निर्दलीय विधायकों समेत कम से कम 103 एसआईसी सदस्यों ने बहिर्गमन किया।अध्यक्ष खान ने एसआईसी उम्मीदवार आफताब से कहा, 'आज के सत्र में केवल मुख्यमंत्री का निर्वाचन होगा। आप आज के सत्र में नहीं बोल सकते।' मरयम ने एसआईसी सदस्यों के बहिर्गमन पर कहा, 'आज मैं इस बात से निराश हूं कि विपक्ष के माननीय सदस्य उपस्थित नहीं हैं। काश वे राजनीतिक और लोकतांत्रिक प्रक्रिया का हिस्सा होते।'
उन्होंने कहा कि अनेक कठिनाइयों और चुनौतियों के बावजूद उनकी पार्टी और पीएमएल-एन ने कभी जमीन नहीं छोड़ी।इस बीच आफताब ने लाहौर में मीडिया से कहा, 'ऐसा लगता है कि आज भी तानाशाही कायम है।' मरयम ने पंजाब विधानसभा में जाने से पहले जाति उमरा गांव में अपनी मां की कब्र पर जाकर श्रद्धांजलि दी।पीएमएल-एन के अनुसार वह अपने दादा-दादी की कब्रों पर भी गईं और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पहले पार्टी ने 'एक्स' पर लिखा, 'हमारे देश के इतिहास में पहली बार एक महिला पंजाब की मुख्यमंत्री बनेगी। मरयम नवाज शरीफ पंजाब की मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने वाली पहली महिला होंगी।' पंजाब प्रांत पाकिस्तान की राजनीति में प्रभावशाली शरीफ परिवार का गढ़ है। इस परिवार के दो सदस्य पिछले तीन दशकों में चार बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रहे हैं।लेकिन मरयम के लिए न केवल राजनीतिक क्षेत्र में उनकी पारिवारिक विरासत को आगे बढ़ाना है, बल्कि एक महिला द्वारा सामंती भूमि के रूप में जाने जाने वाले प्रांत का नेतृत्व करना भी है।देश के तीन बार प्रधानमंत्री रहे शरीफ की शिक्षित बेटी के लिए एक बड़ा मुद्दा यह भी होगा कि वह कितनी लोकप्रिय बन सकती हैं। मरियम को 74 वर्षीय पीएमएल-एन सुप्रीमो नवाज शरीफ का राजनीतिक उत्तराधिकारी माना जाता है, जिन्होंने आश्चर्यजनक रूप से अपने छोटे भाई 72 वर्षीय शहबाज शरीफ को अपनी पार्टी के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में नामित किया था।
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