रूस और यूक्रेन के बीच थम जाएगी जंग? कीव के साथ बातचीत के लिए मॉस्को तैयार; रूसी राजदूत ने कही बड़ी बात

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को हजार से ज्यादा दिन बीत चुके हैं। इस बीच, भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने बुधवार को कहा कि फिलहाल बातचीत के लिए ज्यादा आधार नहीं दिखता, लेकिन मॉस्को कीव के साथ बैठकर बातचीत करने के लिए तैयार है।

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शहीद हुए साथियों को श्रद्धांजलि दे रहे सैनिक

मुख्य बातें
  • रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध को हजार दिन हुए पूरे।
  • फरवरी 2022 में शुरू हुआ था दोनों के बीच युद्ध।

Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को हजार से ज्यादा दिन बीत चुके हैं और दुनिया यह जानना चाहती है कि आखिर दोनों देशों के बीच युद्ध कब रुकेगा? इस बीच, भारत में रूस के राजदूत का एक बड़ा बयान सामने आया है जिसमें उन्होंने कहा है कि मॉस्को, कीव के साथ बातचीत के लिए तैयार है।

रूसी राजदूत अलीपोव ने क्या कुछ कहा?

भारत में रूस के राजदूत डेनिस अलीपोव ने बुधवार को कहा कि फिलहाल बातचीत के लिए ज्यादा आधार नहीं दिखता, लेकिन मॉस्को कीव के साथ बैठकर बातचीत करने के लिए तैयार है, बशर्ते इसका कोई ‘‘स्वीकार्य आधार’’ हो। अलीपोव ने यह बात यहां ब्रिक्स और इसकी संभावनाओं पर आयोजित एक संवाद सत्र के दौरान पूछे गए सवाल के जवाब में कही। इस सत्र की मेजबानी रूस की सरकारी समाचार एजेंसी स्पूतनिक ने की।

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उन्होंने सत्र में अपने उद्घाटन भाषण में ब्रिक्स की सराहना की तथा उभरती अर्थव्यवस्थाओं के इस समूह को 'नयी वास्तविकताओं का प्रतिबिंब' बताया। फरवरी 2022 में शुरू हुए रूस-यूक्रेन संघर्ष को सोमवार को 1,000 दिन पूरे हो गए।

'बातचीत के लिए मॉस्को तैयार'

यह पूछे जाने पर कि क्या रूस इस संघर्ष का समाधान निकालने के लिए यूक्रेन के साथ बातचीत करने को तैयार है, राजदूत ने कहा, ''स्पष्ट रूप से कहें तो, (हमें) इस समय वार्ता के लिए ज्यादा आधार नहीं दिखता।''अलीपोव ने कहा कि हम बैठकर बातचीत करने के लिए तैयार हैं, बशर्ते कि बातचीत का कोई आधार हो। उन्होंने कहा कि इस आधार में सबसे पहले जमीनी हकीकत, यूक्रेन में रूसी नागरिकों और रूसी मूल के यूक्रेनी नागरिकों की सुरक्षा एवं संरक्षण के दृष्टिकोण से रूस के हित शामिल होने चाहिए।

अलीपोव ने कहा, ''बातचीत के लिए आधार होना चाहिए और बशर्ते इसके लिए स्वीकार्य आधार हो... चाहे वह (वोलोदिमीर) जेलेंस्की हों या कोई अन्य व्यक्ति, यह एक ऐसा प्रश्न है, जिस पर मैं फिलहाल बात नहीं करूंगा।'' यह पूछे जाने पर कि जब दो बड़े संघर्ष जारी हैं तो क्या ऐसे में निकट भविष्य में कोई नयी विश्व व्यवस्था बनेगी, राजदूत ने कहा, ''मेरा मानना है कि संघर्ष समाधान के लिए ब्रिक्स एक प्रमुख मंच बनने में पूरी तरह सक्षम है।''

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अलीपोव ने कहा, ''हमारा मानना है और ब्रिक्स के भीतर की प्रक्रिया एवं चर्चाओं से यह पता चलता है कि ब्रिक्स कम से कम संघर्ष समाधान के लिए चर्चा का एक मंच बनने में सक्षम होगा। यह वर्तमान या भविष्य के संघर्षों को हल करने में सक्षम है या नहीं, यह देखना अभी बाकी है।''

(इनपुट: भाषा)

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अनुराग गुप्ता author

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