म्यांमार में भूकंप से मरने वालों की तादाद बढ़ी, जुंटा ने मीडिया पर लगाए प्रतिबंध, जानकारी लेना मुश्किल

म्यांमार में पिछले हफ्ते आए विनाशकारी भूकंप के बाद मलबे से और शव निकाले जाने के साथ मृतकों की संख्या बढ़ कर 1,700 से अधिक हो गई है। सरकार के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन तुन ने सरकारी टीवी चैनल ‘एमआरटीवी’ को बताया कि भूकंप के कारण 3,400 लोग घायल हुए हैं और 300 से ज़्यादा लापता हैं।

Myanmar earthquke

म्यांमार में भूकंप

Myanmar Earthquake: म्यांमार के सैन्य शासन ने हाल में आए भूकंप को लेकर मीडिया ब्लैकआउट लागू कर दिया है। इसके तहत विदेशी पत्रकारों को 28 मार्च को म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के बाद भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में जाने से रोक दिया गया है। इस प्रतिबंध ने शासन की पारदर्शिता को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं, और आधिकारिक तौर पर मरने वालों की संख्या 1,700 हो गई है। इसके अलावा 3400 से अधिक घायल हुए हैं।

सेना ने दिया अपडेट

म्यांमार नाउ की एक रिपोर्ट के अनुसार, रविवार को एक ऑडियो संदेश में सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन तुन ने कहा, विदेशी पत्रकारों के लिए यहां आना, रहना, आश्रय ढूंढ़ना या इधर-उधर जाना संभव नहीं है। हम चाहते हैं कि हर कोई इसे समझे। उन्होंने प्रतिबंधों के कारण के रूप में पानी, बिजली और आवास सहित आवश्यक सेवाओं की कमी का हवाला दिया। बता दें कि शक्तिशाली भूकंप ने मांडले, नेपीता, सागाइंग क्षेत्र के कुछ हिस्सों और दक्षिणी शान राज्य में व्यापक तबाही मचाई है। आंकड़ों के अनुसार, 3,400 से अधिक लोग घायल हुए हैं और 300 से अधिक लापता हैं।

मीडिया को दबाने का इतिहास

म्यांमार में सैन्य शासन का मीडिया को दबाने का इतिहास रहा है। 2023 में म्यांमार नाउ के फोटो जर्नलिस्ट साई ज थाइक को तूफानी चक्रवात मोचा के बाद की रिपोर्टिंग करते समय गिरफ्तार किया गया और 20 साल की जेल की सजा सुनाई गई थी। स्थानीय पत्रकारों पर कड़े प्रतिबंधों और प्रभावित क्षेत्रों में विदेशी मीडिया के प्रवेश पर रोक के साथ मानवीय संकट से निपटने के जुंटा के तरीके पर चिंताएं बढ़ रही हैं। रिपोर्ट्स बताती हैं कि शासन अपने सीधे नियंत्रण में नहीं आने वाले कुछ क्षेत्रों में सहायता कोशिशों में भी बाधा डाल सकता है।

1700 से अधिक की मौत

म्यांमार में पिछले हफ्ते आए विनाशकारी भूकंप के बाद मलबे से और शव निकाले जाने के साथ मृतकों की संख्या बढ़ कर 1,700 से अधिक हो गई है। सरकार के प्रवक्ता मेजर जनरल जॉ मिन तुन ने सरकारी टीवी चैनल ‘एमआरटीवी’ को बताया कि भूकंप के कारण 3,400 लोग घायल हुए हैं और 300 से ज़्यादा लापता हैं। ‘स्प्रिंग रेवोल्यूशन म्यांमार मुस्लिम नेटवर्क’ की संचालन समिति के सदस्य तुन की ने सोमवार को बताया कि जुमे की नमाज के दौरान म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप के कारण विभिन्न मस्जिदों में नमाज अदा कर रहे 700 से अधिक लोगों की मौत हो गई।

कई मस्जिदें ढहीं

यह अभी स्पष्ट नहीं है कि मस्जिदों में मारे गए लोगों की यह संख्या भूकंप में अब तक मारे गए 1,700 से अधिक लोगों की आधिकारिक संख्या में शामिल है या नहीं। तुन ने बताया कि भूकंप के कारण लगभग 60 मस्जिदें क्षतिग्रस्त हो गईं या ढह गईं। समाचार वेबसाइट ‘द इरावदी’ द्वारा साझा किये गए एक वीडियो में, भूकंप के दौरान कई मस्जिदें ढहती दिखाई दे रही हैं और लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागते नजर आ रहे हैं। भूकंप के दौरान मांडले में 270 बौद्ध भिक्षु यू 'हला थीन मठ' में मौजूद थे। भूकंप के कारण मठ की इमारत ढह गई।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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