जब सबके सामने रो पड़ा तानाशाह किम जोंग उन, भावुक होकर महिलाओं से की ये अपील

Kim Jong Un: उत्तर कोरिया ने युद्ध के बाद जनसंख्या वृद्धि को धीमा करने के लिए 1970-80 के दशक में जन्म नियंत्रण कार्यक्रम लागू किया था। इसके बाद से ही इस देश में जन्म दर में गिरावट जारी है।

Kim Jong Un

किम जोंग उन

Kim Jong Un Cries: उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन को देश के लोगों और पूरी दुनिया ने पहली बार रोते हुए देखा। किम जोंग को रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम में आंसू पोंछते देखा गया, जहां वह देश की गिरती जन्म दर से निपटने की कोशिशों का आह्वान करते नजर आया। देश में महिलाओं से अधिक बच्चे पैदा करने की अपील करते हुए किम जोंग भावुक हो उठा और आंखों से आंसू आ गए। इसका वीडियो वायरल हो गया। किम जोंग उन प्योंगयांग में नेशनल मदर्स मीटिंग में लोगों को संबोधित कर रहा था। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने किम के हवाले से कहा, जन्म दर में गिरावट को रोकना और बच्चों की अच्छी देखभाल करना हमारी जिम्मेदारियां हैं जिन्हें हमें माताओं के साथ काम करते समय संभालना है।

जन्म दर में गिरावट रोकने की अपील

उत्तर कोरियाई तानाशाह ने कहा कि राष्ट्रीय शक्ति को मजबूत करने के लिए देश में जन्म दर में गिरावट को रोकना महिलाओं का कर्तव्य है। किम ने राष्ट्रीय शक्ति को मजबूत करने में माताओं की भूमिका के लिए उन्हें धन्यवाद दिया और कहा, मैं भी हमेशा माताओं के बारे में सोचता हूं, जब मुझे पार्टी और राज्य के काम से निपटने में कठिनाई होती है।

संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष का अनुमान है कि 2023 तक प्रजनन दर या एक महिला से पैदा होने वाले बच्चों की औसत संख्या उत्तर कोरिया में 1.79 थी जो 2014 में 1.88 से कम है। दक्षिण कोरिया की तुलना में गिरावट अभी भी धीमी है जहां प्रजनन दर 2022 में 0.78 और 2014 में 1.20 थी।

1970-80 में जन्म नियंत्रण कार्यक्रम लागू किया था

एसोसिएटेड प्रेस की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तर कोरिया ने युद्ध के बाद जनसंख्या वृद्धि को धीमा करने के लिए 1970-80 के दशक में जन्म नियंत्रण कार्यक्रम लागू किया था। इसके अलावा सियोल स्थित हुंडई रिसर्च इंस्टीट्यूट ने अगस्त में एक रिपोर्ट में कहा कि 1990 के दशक के मध्य में अकाल के बाद देश की प्रजनन दर में बड़ी गिरावट दर्ज की गई, जिसमें अनुमान लगाया गया था कि सैकड़ों हजारों लोग मारे गए थे। इस वर्ष उत्तर कोरियाई राज्य मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, देश ने तीन या अधिक बच्चों वाले परिवारों के लिए लाभों का कार्यक्रम पेश किया है, जिसमें मुफ्त आवास व्यवस्था, राज्य सब्सिडी, मुफ्त भोजन, दवा और घरेलू सामान और बच्चों के लिए शैक्षिक सुविधाएं शामिल हैं।

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अमित कुमार मंडल author

करीब 18 वर्षों से पत्रकारिता के पेशे से जुड़ा हुआ हूं। इस दौरान प्रिंट, टेलीविजन और डिजिटल का अनुभव हासिल किया। कई मीडिया संस्थानों में मिले अनुभव ने ...और देखें

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