अब रूस करेगा महाविनाशक हथियार का इस्तेमाल ! जानें क्या होता है क्लस्टर बम

क्या यूक्रेन के खिलाफ रूस महाविनाशक हथियार का इस्तेमाल करेगा। क्या रूस एक और हिरोशिमा और नागाशाकी बनाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। खबरों के मुताबिक रूस परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है।

यूक्रेन में जारी खूनी जंग का अंजाम क्या होगा किसी को पता नहीं है। लेकिन इस जंग को लेकर अब रूसी राष्ट्रपति पुतिन 'परमाणु पश्चाताप' कर रहे हैं।पुतिन अमेरिका को अपने परमाणु हथियारों की महाविनाशक ताकत की धमकी दे रहे हैं..हालांकि वो पहले परमाणु हथियार इस्तेमाल नहीं करने की बात भी कह रहे हैं। लेकिन रूसी जमीन पर हुए यूक्रेनी हमलों की टीस उनकी जुबान पर आ ही गई और उन्होंने साफ कर दिया कि इस युद्ध में जीत से कम कुछ भी मंजूर नहीं भले ही परमाणु युद्ध की नौबत क्यों ना आ जाए।रूस-यूक्रेन के इस वॉरजोन में अब एक महाविनाशक हथियार की एंट्री होने जा रही है जिसका नाम है क्लस्टर बम जी हां, ये क्लस्टर बम अमेरिका यूक्रेन को देगा। बाइडेन जेलेंस्की को कब और क्यों ये बम देने जा रहे हैं।

कितने घातक हैं क्लस्टर बम

कितना घातक है ये हथियार.क्लस्टर बम को लड़ाकू विमान से टारगेट के पास ड्रॉप किया जाता हैड्रॉपिंग के बाद टारगेट की ओर मूव करने के दौरान ही क्लस्टर बम का केन खुल जाता है और फिर छोटे-छोटे विस्फोटक या यूं कहें कि बमों का गुच्छा टारगेट पर गिर जाता हैदेखते ही देखते बड़े इलाके में दर्जनों धमाके होने लगते हैं और फिर तबाही की ऐसी ही तस्वीर सामने आती है।गैर परमाणु बमों की श्रेणी में क्लस्टर बम को बहुत घातक माना जाता है। ये एक ऐसा बम है.जिसका इस्तेमाल ही तब किया जाता है...जब टारगेट के अलावा उसके आसपास के पूरे क्षेत्र को ही तबाह करना हो..रूस पर यूक्रेन में पहले ही क्लस्टर बम से हमले का आरोप लग चुका है..और अब इसी हमले का बदला लेगा यूक्रेन..लेकिन बाइडेन के क्लस्टर बमों से

एक बम गिरेगा और दर्जनों धमाके होंगे दुश्मन को भागने तक का मौका नहीं मिलेगा। एक बड़े इलाके में सिर्फ और सिर्फ तबाही का ऐसा ही खौफनाक मंजर होगा। ये तस्वीरें रूसी सेना को खबरदार करने के लिए है..क्योंकि बाइडेन अब जेलेंस्की को ऐसी ही बारूदी सौगात देने जा रहे हैं..जिसका नाम है क्लस्टर बम। वॉरजोन की ठंड में अमेरिकी HIMARS के फ्लॉप होने पर प्रेसीडेंट जो बाइडेन यूक्रेन को अब कलस्टर बम देने पर विचार कर रहे हैं...यूक्रेन की महीनों की गुहार और पुतिन के जंग से पीछे नहीं हटने की हुंकार के बाद बाइडेन ने जेलेंस्की की फौज को क्लस्टर बम देने का मन बना लिया है। यूक्रेन ने जंग शुरू होने के तुरंत बाद ही अमेरिका से क्लस्टर बमों की मांग की थी..जिसे अमेरिका ने अभी तक खारिज नहीं किया है..इसीलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि पुतिन को जीत से रोकने के लिए बाइडेन यूक्रेन को क्लस्टर बमों का ये जखीरा जल्दी दे सकते हैं।

ऐसे यूज होता है क्लस्टर बम

युद्धभूमि में क्लस्टर बमों से ऐसे ही हमला होगा फाइटर जेट से एक बम लॉन्च होगा। टारगेट के ऊपर पहुंचते ही बम का केन अपने अंदर रखे दर्जनों छोटे-छोटे बमों को ड्रॉप कर देगा..और फिर ये छोटे-छोटे बम देखते ही देखते बड़े इलाके को तबाह कर देंगे। 25 मीटर के दायरे में हर एक बम भीषण तबाही मचा देगा..जो बम गिरते ही नहीं फूटेगा। वो लैंड माइंस की तरह कभी भी ब्लास्ट हो सकता है। इसी तबाही को देखते हुए दुनिया के 100 देशों ने एक दशक पहले से ही क्लस्टर बम को बैन कर रखा है।हालांकि दुनिया के 16 देश क्लस्टर बमों का उत्पादन करते हैं..इनमें अमेरिका, रूस, चीन, भारत, ब्राजील, मिस्र, ग्रीस, इजरायल, नॉर्थ कोरिया, पाकिस्तान, पोलैंड, रोमानिया, सिंगापुर, साउथ कोरिया और तुर्की शामिल हैं। यूक्रेन कह रहा है कि वो अपनी जमीन पर लड़ रही रूसी सेना के खिलाफ क्लस्टर बमों का इस्तेमाल करेगा। लेकिन अमेरिका को ये डर सता रहा है कि इन बमों से कहीं रूसी जमीन पर हमला ना हो जाए। डर का ऐसा ड्रामा अमेरिका की तरफ से बीते 9 महीनों में लगातार किया जा रहा है..और रूसी जमीन पर लॉन्ग रेंज अटैक भी हो जा रहे हैं। लिहाजा रूस अमेरिका के इस दांव-पेच से सतर्क है।

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ललित राय author

खबरों को सटीक, तार्किक और विश्लेषण के अंदाज में पेश करना पेशा है। पिछले 10 वर्षों से डिजिटल मीडिया में कार्य करने का अनुभव है।और देखें

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