ये कैसी दोस्ती... चीन के आगे फिर झुका पाकिस्तान! कर्ज चुकाने के लिए मांगा और समय

पाकिस्तान ने अपने कर्ज और बाहरी व्यापार संबंधी दायित्वों को पूरा करने के लिए चालू वित्त वर्ष में 34 अरब अमेरिकी डॉलर की व्यवस्था करने की योजना बनाई है। हालांकि ये योजना कितनी कामयाब होगी ये कहा नहीं जा सकता है। पाकिस्तान अभी भारी आर्थिक संकट से गुजर रहा है।

फिर चीन की शरण में पहुंचा पाकिस्तान (फोटो- एपी)

पाकिस्तान, चीन के साथ दोस्ती के कितने भी गीत क्यों न गा ले, लेकिन आर्थिक संकट में फंसे अपने दोस्त की मदद चीन भी तब करता है, जब वो उसकी गुहार लगाता है। ये हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि हाल की घटनाओं से ऐसा ही पता चलता है। चीन ने पाकिस्तान को भारी कर्ज दे रखा है, दोस्ती के नाम पर, जो पाकिस्तान से चुकाया नहीं जा रहा है, अब दोस्त चीन इस कर्ज को माफ तो नहीं कर रहा है, बल्कि पाकिस्तान को और गिड़गिड़ाने के लिए मजबूर कर रहा है। पाक और समय के लिए चीन के सामने गिड़गिड़ा रहा है।

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पाकिस्तान ने चीन से 6.3 अरब डॉलर का कर्ज चुकाने की समयसीमा बढ़ाने का अनुरोध किया है। इसकी समयसीमा अगले आठ महीने में पूरी होने वाली है।एक मीडिया रिपोर्ट में रविवार को यह जानकारी दी गई। पाकिस्तान दरअसल अपने ऋण एवं बाहरी व्यापार से जुड़े दायित्वों को पूरा करने के लिए चालू वित्त वर्ष में 34 अरब डॉलर जुटाना चाहता है।

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एक्सप्रेस ट्रिब्यून अखबार ने कहा कि 2022-23 के लिए द्विपक्षीय कर्ज चुकाने के लिए चीन से नया कर्ज लेने के प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है। इसमें बताया गया कि पाकिस्तान में चीन के राजदूत नोंग रोंग और वित्त मंत्री मोहम्मद इसाक डार के बीच शनिवार को हुई बैठक में करीब 6.3 अरब डॉलर के वाणिज्यिक कर्ज की अदायगी की समयसीमा और पुनर्वित्त के मुद्दे पर चर्चा की।

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