बर्बादी की कगार पर खड़े Pakistan की जनता बोली- हिंदुस्तान ज़िंदगी बचाता है, पाकिस्तान तो भीख मांगता है

Pakistan Economy Shutting: पाकिस्तान की नींव मजहब के नाम पर रखी गई वहां बात बात पर मजहब का इस्तेमाल किया जाता है। इमरान खान भी खूब करते हैं लेकिन अब पाकिस्तानी जनता इससे तंग आ चुकी है।

Pakistan News: बार-बार एटम बम की धमकी देने वाले पाकिस्तान को जब आटे-दाल का भाव पता चला तो वहां के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) कटोरा लेकर कर्ज के लिए निकल गए लेकिन कर्ज की भीख नसीब नहीं हुई। IMF के आगे पाकिस्तान घुटनों के बल बैठा है हर शर्त मानने को तैयार है। अपनी अवाम पर टैक्स का बम भी गिराने को तैयार है लेकिन फिर भी लोन की गारंटी दूर दूर तक नहीं है। ऐसे में पाकिस्तानी पब्लिक अपने हुक्मरानों को 2 टके का बता रही है। खुलकर कह रही है कि हिंदुस्तान ज़िंदगी बचाता है, पाकिस्तान तो भीख मांगता है।

शहबाज शरीफ का मजाक

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज़ शरीफ की दुनिया में कितनी इज्जत है, विश्व में पाकिस्तान की क्या हैसीयत है इसकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें एक पाकिस्तानी मोहतरमा ट्विटर के मालिक एलन मस्क से गुहार लगा रही हैं कि पाकिस्तानी पीएम को इज्जत दे दो, उनका ट्विटर अकाउंट को ग्रे टिक दे दो। दरअसल पाकिस्तान के पीएम का ट्विटर अकाउंट है जिसमें अभी तक ग्रे टिक नहीं लगा है जबकि दुनिया के हर देश के लीडर्स को ट्विटर ने ग्रे टिक दिया है और सरकारी महकमों में ब्लू टिक की अहमियत खत्म हो चुकी है।

पड़ोसी मुल्क की आवाम परेशान

शहबाज़ शरीफ ने अभी ताजी ताजी परमाणु धमकी दी है और इंडिया को न्यूक्लियर बम के नाम से डराने की कोशिश की है। वहीं हिंदुस्तान ने तो शहबाज़ को जवाब देने लायक नहीं समझा हां पाकिस्तानी जनता ने शहबाज़ को जवाब जरूर दिया है। एक पाकिस्तानी शख्स कहता है, 'खाने के हमारे पास कुछ नहीं है,इकॉनमी बर्बाद होने वाली है,ऊपर से IMF के इतने सख्त शर्ते हैं कि आज 300 के ऊपर डॉलर जाने वाला है, अगर इंडिया वाले सारे डैम के दरवाजे खोल दें,तो हमारा पूरा पाकिस्तान अरब सागर में जा गिरेगा,तो हम उनको किस बात की तड़ी लगा सकते हैं और रह गई बात न्यूक्लियर हथियारों की, क्या उनके पास न्यूक्लियर हथियार नहीं है,आपकी जितनी टोटल आर्मी है, उससे दोगुनी उन्होंने सिर्फ कश्मीर में लगाई है, रशिया के पास हथियार बहुत थे,बम बहुत थे,लेकिन वो टूटा इसी वजह से उसकी इकॉनमी डाउन चली गई थी,इंडिया से पहले हम खत्म हो जाएंगे, अगर जंग शुरू होती है।'

भारत की तारीफ

शख्स आगे कहता है, 'जितना हम बजट अपना डिफेंस पर रखते हैं,उससे कहीं ज्यादा तो भारत अपने लोगों को खिलाने के लिए रखते हैं,बहुत ही ज्यादा दूर हैं हम उनसे,हां पहले हम अपनी इकॉनमी बेहतर करें,फिर उसके बाद हम अपने आर्म्ड फोर्सेस पर जो इल्जाम लगाए जाते हैं,उनको ठीक किया जाए,उसके बाद ही जो कुछ हो सकता है, हम पहले खत्म हो रहे हैं,अगर जंग लड़ते हैं तो हम तो बिल्कुल खत्म हो जाएंगे,हम तो 100 साल पीछे चले जाएंगे। आपको पता है यहां पर पाकिस्तन में खाने के लाले पड़े हैं, कुछ दिन पहले की बात है कि हम यही न्यूक्लियर हथियार सऊदी को बेचने की बात कर रहे थे,ताकि अपने लोगों की जरुरत को पूरा कर सके,हम अब इसी हथियार को लेकर इंडिया को हड़का रहे हैं,समझ नहीं आ रही,हमारी सरकार करना क्या चाह रही है,देखें ये हमें ये परमाणु हथियार वाकई बेच देना चाहिए।'
पाकिस्तान एकलौता देश है जहां पर जनता अपनी सेना पर फक्र नहीं गुस्सा करती है क्योंकि पाकिस्तान में सबसे ज्यादा गुंडागर्दी वर्दी वाले करते हैं। कराची से एक वीडियो सामने आया जिसमें दिख रहा है कि कैसे जब एक शख्स आर्मी की गाड़ी को साइड देने में लेट हुआ तो कैसे पहले उसको टक्कर मारी गई फिर पिटाई हुई अलग से।

एक्सपर्ट की राय

पाकिस्तानी एक्सपर्ट साजिद तरार कहते हैं, 'आप और मैं वॉशिंगटन डीसी में बैठे हुए हैं,परेशान हैं कि पाकिस्तान के हालात क्या होंगे,लेकिन पाकिस्तानी परेशान नहीं हैं,आर्मी लंदन में थे, 5-6 दिन बड़े आराम से रहकर गए हैं,उसके बाद शहबाज़ शरीफ को उन्होंने रोका है कि आप यहां ना आओ,हम परेशान हैं वरना वो और बिलावल साहब तर्की जाने के लिए तैयार थे,मुझे कोई भी जिम्मेदार आदमी लाहौर,इस्लामाबाद में परेशान नहीं लगा,उसी तरह खाना चल रहा है, म्यूजिक चल रहे हैं और वो जिस तरह से कहते थे, मुगल हनुस दिल्ली दूरस्त,इनको यही समझ नहीं आ रही, 3 बिलियन से नीचे रिजर्व हो,मलिक साहब जो पेट्रोलियम के हैं,उन्होंने बड़ी दिलेरी के साथ कहा है, 20 दिन का पेट्रोल है हमारे पास भई,कोई फिक्र नहीं करनी।'
पाकिस्तान में राजनीतिक स्थिरता नहीं है और पार्टी का झगड़ा ऐसा है कि सरकार यहां पर स्थिर नहीं आ सकती। एक तरफ से IMF दे भी रहा है, लेकिन दूसरी बार कर्ज देने के लिए तैयार नहीं है। अगर एक सरकार को उसने एक टाइम पर कर्जा दे भी दिया है,तो वो सोच रहे हैं, कब तक उनकी सरकार रहेगी,दूसरी सरकार उनकी शर्तें पूरी करती भी है या नहीं। एक आता है कहता है मुझे वोट दो,दूसरा कहता है मुझे वोट दो,समझ नहीं आता है, हम क्या करें। पाकिस्तान में कर्जा इतना ज्यादा है, तो इतना लोड है पाकिस्तान पर,जब तक ये कम नहीं होगा,तो महंगाई भी कम नहीं होगी।
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किशोर जोशी author

राजनीति में विशेष दिलचस्पी रखने वाले किशोर जोशी को और खेल के साथ-साथ संगीत से भी विशेष लगाव है। यह टाइम्स नाउ हिंदी डिजिटल में नेशनल डेस्क पर कार्यरत ...और देखें

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