Pakistan: कश लगाने के लिए अब और ढीली करनी होगी जेब, शहबाज सरकार ने सिगरेट पर लगाया भारी टैक्स

यह पहली बार है जब सरकार ने सिगरेट पर करों में भारी वृद्धि करके तंबाकू क्षेत्र को प्रभावित किया है। फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (एफबीआर) ने महंगे ब्रांडों पर शुल्क को 6.5 रुपये प्रति सिगरेट से बढ़ाकर 16.5 रुपये कर दिया है।

पाकिस्तान आर्थिक संकट

पाकिस्तान में महंगाई से हाहाकार के बीच शहबाज सरकार ने जीएसटी की दर को बढ़ाकर 18 फीसदी कर दिया और सिगरेट पर तत्काल प्रभाव से टैक्स बढ़ा दिया, ताकि 170 अरब रुपये के मिनी-बजट में से 115 अरब रुपये एकत्र किए जा सकें। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी द्वारा सरकार द्वारा भेजे गए अध्यादेश को लागू करने से इनकार करने के बाद संघीय कैबिनेट ने अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) द्वारा निर्धारित 6.5 अरब डॉलर के कार्यक्रम को पुनर्जीवित करने के लिए निर्धारित एक और शर्त को लागू करने के लिए यह कदम उठाया है।

आईएमएफ की शर्तें लागू करने की कवायद

लेकिन आईएमएफ केवल स्थायी कर उपायों को स्वीकार करेगा, जिसे सरकार संसद की सहमति हासिल करके सुनिश्चित करेगी। वित्त मंत्री इशाक डार ने द एक्सप्रेस ट्रिब्यून को बताया कि कैबिनेट बैठक के बाद अपने प्रशासनिक अधिकार का इस्तेमाल करते हुए संघीय कैबिनेट ने जीएसटी दर में 1 फीसदी से 18 फीसदी की बढ़ोतरी की और सिगरेट पर संघीय उत्पाद शुल्क (FED) की दरों में भी वृद्धि की, जो मध्यरात्रि से 115 अरब रुपये के नए करों को प्रभावी बनाने के लिए उठाया गया कदम है।

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