पाकिस्तान में हथियारबंद हमलावरों ने 40 लोगों की हत्या कर दी।
तस्वीर साभार : भाषा
Baloch Liberation Army: पाकिस्तान के अशांत बलूचिस्तान प्रांत में सोमवार को दो अलग-अलग हमलों में हथियारबंद हमलावरों ने कम से कम 40 लोगों की हत्या कर दी। पहली घटना में बलूचिस्तान के मूसाखेल जिले में बंदूकधारियों ने बसों से यात्रियों को उतारकर और उनके पहचान पत्र देखने के बाद पंजाब प्रांत के कम से कम 23 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। मूसाखेल के सहायक आयुक्त नजीब काकर के मुताबिक करीब 10 हथियारबंद हमलावारों ने जिले के राराशिम इलाके में अंतर सूबाई राजमार्ग को बाधित कर दिया और कई बसों से यात्रियों को उतार लिया। उन्होंने बताया कि खबरों के मुताबिक मारे गए लोग पंजाब सूबे से हैं। काकर के मुताबिक हमलावरों ने कुछ वाहनों में आग भी लगा दी। मूसाखेल बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा से करीब 450 किलोमीटर उत्तर पूर्व अवस्थित है।
मृतकों में से ज्यादातर लोग दक्षिणी पंजाब
बलूचिस्तानी अलगाववादी नियमित रूप से पंजाब प्रांत के लोगों को निशाना बनाते हैं और आरोप लगाते हैं कि प्रांत में आतंकवादियों से लड़ने वाले सशस्त्र बलों में पंजाबियों का दबदबा है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अयूब खोसो ने बताया कि यात्रियों को बसों से उतरने के लिए कहा गया और राष्ट्रीय पहचान पत्र देखने के बाद उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गयी। खोसो ने बताया कि मृतकों में से ज्यादातर लोग दक्षिणी पंजाब के और कुछ खैबर पख्तूनख्वा के हैं जिससे पता चलता है कि उनकी जातीय पृष्ठभूमि के कारण उनकी हत्या की गयी है।
प्राधिकारियों ने बताया कि एक अन्य हमले में बलूचिस्तान के कलात जिले में बंदूकधारियों ने चार पुलिस अधिकारियों समेत कम से कम 11 लोगों की हत्या कर दी गयी। कलात राजधानी क्वेटा से करीब 150 किलोमीटर दक्षिण में स्थिति है और बलूच कबीलों का इलाके में दबदबा है। सुरक्षा सूत्रों ने जियो न्यूज को बताया कि आतंकवादियों ने 24 अगस्त और 25 अगस्त की रात को बलूचिस्तान में कई स्थानों पर हमले किए। प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन बलूच लिबरेशन आर्मी ने इन हमलों की जिम्मेदारी ली है। दोनों हमले बलूच कबाइली नेता नवाब अकबर खान बुगती की 18वीं बरसी के समय हुए हैं। खान पाकिस्तानी सेना के अभियान में मारे गए थे।
ऑपरेशन हेरूफ के तहत उग्रवादी हिंसा को दे रहे अंजाम
उग्रवादी समूहों ने अपनी हिंसा को ‘ऑपरेशन हेरूफ’ नाम दिया है और एक साथ प्रांत के विभिन्न जिलों में सिलसिलेवार हमले शुरू किए हैं। कलात में यह हमला ऐसे समय में हुआ है, जब आतंकवादियों ने सोमवार को मूसाखेल जिले के राराशिम क्षेत्र में बसों और ट्रकों को रोका, 23 यात्रियों को उतारा और उनकी पहचान पंजाब के यात्रियों के रूप में करने के बाद उन्हें गोली मार दी।
कलात के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) दोस्तैन दश्ती ने बताया कि उग्रवादियों ने सुबह हमले को अंजाम दिया और इसके बाद नजदीकी पहाड़ो की ओर भाग गए। उन्होंने बताया कि सुरक्षाबलों ने बड़े पैमाने पर तलाश अभियान शुरू किया है और हमलावरों की तलाश की जा रही है। सुरक्षा सूत्रों ने पुष्टि की है कि अलगववादी समूह के उग्रवादियों ने मूसाखेल और कलात के अलावा भी सूबे के कुछ और इलाकों में भी रविवार-सोमवार की दरमियानी रात को हमले किए लेकिन सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की और उनके मंसूबों को नाकाम कर दिया। एक सूत्र ने बताया कि सतर्क सुरक्षाकर्मियों ने कुछ इलाकों में हमलावरों का पीछा किया और पहले ही 12 आतंकवादी मारे जा चके हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा की
‘रेडियो पाकिस्तान’ ने बताया कि राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने हमले की कड़ी निंदा की है। हमलों में लोगों की मौत पर दुख जताते हुए उन्होंने दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की और शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। जरदारी ने कहा कि निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या पूरी मानवता की हत्या है और उन्होंने दोषियों को सजा दिलाने का आह्वान किया। प्रधानमंत्री ने स्थानीय प्रशासन को शोक संतप्त परिवारों के साथ पूरा सहयोग करने और घायलों को चिकित्सा सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया। उन्होंने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को घटना की तुरंत जांच करने का भी निर्देश दिया।