भारत की ब्रह्मोस मिसाइल से चीन को घेरेगा फिलीपींस, ट्रेनिंग हुई पूरी, India जल्द भेजेगा पहली खेप
फिलीपींस के एक्सक्लूसिव इकोनामिक जोन में पिछले कई सालों से लगातार चीन अपना दावा ठोकता है, इस वक्त भी चीन के कुछ कोस्ट गार्ड वेसल्स फिलीपींस के समुद्री क्षेत्र पर कब्जा जमाए बैठे हैं। चीन लगातार इस इलाके में घुसपैठ करता है, जिससे निपटने के लिए फिलीपींस ने भारत में बनाई गई शक्तिशाली ब्रह्मोस मिसाइल को भारत से खरीदा है।
जल्द ही भारत फिलिपिंस को ब्रह्मोस मिसाइल की पहली खेप सप्लाई करेगा
चीन (China) की विस्तारवादी नीति को अब भारत के ब्रह्मोस मिसाइल (BrahMos Missile) से करारा जवाब मिलेग। भारत के अलावा तमाम दूसरे देश चीन की इस आदत से परेशान हैं। अपनी समुद्री सीमा में चीन की घुसपैठ से निपटने के लिए फिलीपींस ने पिछले साल भारत से ब्रह्मोस का सौदा किया था। जिसमें तीन मिसाइल सिस्टम का सौदा किया गया था और अब फिलीपींस ने उनके ऑपरेशंस की ट्रेनिंग को पूरा कर लिया है। जल्द ही इन मिसाइल सिस्टम की सप्लाई शुरू कर दी जाएगी और फिर फिलीपींस इन्हें अपनी समुद्री सीमा की रक्षा के लिए चीन के खिलाफ तैनात करेगा।
चीन से परेशान है फिलीपींस
फिलीपींस के एक्सक्लूसिव इकोनामिक जोन में पिछले कई सालों से लगातार चीन अपना दावा ठोकता है, इस वक्त भी चीन के कुछ कोस्ट गार्ड वेसल्स फिलीपींस के समुद्री क्षेत्र पर कब्जा जमाए बैठे हैं। चीन लगातार इस इलाके में घुसपैठ करता है, जिससे निपटने के लिए फिलीपींस ने भारत में बनाई गई शक्तिशाली ब्रह्मोस मिसाइल को भारत से खरीदा है। पिछले साल तीन ब्रह्मोस मिसाइल सिस्टम का सौदा करने के बाद फरवरी में ही फिलीपींस के 21 सैनिकों को ब्रह्मोस के शोर बेस्ड वर्जन की ट्रेनिंग दे दी गई है। माना जा रहा है कि जल्द ही भारत फिलिपिंस को ब्रह्मोस की पहली खेप सप्लाई करेगा, जिसके बाद फिलीपींस इसे अपने समुद्री तट पर तैनात करेगा।
फिलीपींस नौसेना के नौसैनिकों को मिसाइल बैज दिए
भारत की ब्रह्मोस मिसाइल को हैंडल करने के लिए फिलिपिंस के नेवल ऑफिसर्स ने ये ट्रेनिंग नागपुर में ली है। ट्रेनिंग खत्म होने के बाद खुद नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने फिलीपींस नौसेना के नौसैनिकों को मिसाइल बैज भी दिए। इसकी जानकारी फिलीपींस मरीन कोर ने दी। ये मिसाइल टीम फिलीपींस मरीन कोर के कोस्टल डिफ़ेंस रेजिमेंट में ब्रह्मोस को ऑप्रेट करेगी। ब्रह्मोस दुनिया की सबसे ख़तरनाक सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइलो में से एक है। इसकी मारक क्षमता 290 किलोमीटर है यानी फिलीपींस के एक्सक्लूसिव इकॉनोमिक ज़ोन जो तट से 200 नॉटिकल मील या 370 किलोमीटर तक का इलाक़ा है। यह इसके अंदर आने वाले किसी भी चीनी जंगी जहाज़ को आसानी से निशाना बना सकती है ।
कई कृत्रिम द्वीपों का निर्माण कर चुका है चीन
चीन फिलीपींस के अधिकार क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कृत्रिम द्वीपों का निर्माण कर चुका है। इसके अलावा वो फिलीपींस की नौसेना के पेट्रोलिंग पर भी अड़ंगा लगाता आया है। इसी महीने की शुरुआत में ही चीनी नौसेना ने दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस नौसेना की एक चौकी पर आपूर्ति ले जाने वाले जहाज को रोक दिया था और उस पर लेजर का इस्तेमाल किया था।
कई और देशों ने भी ब्रह्मोस में रुचि दिखाई है
फिलीपींस के अलावा ब्रह्मोस मिसाइल में कई और देशों ने भी रुचि दिखाई है। जिसमें इंडोनेशिया, थाइलैंड सहित कई देश हैं। ब्रह्मोस के तीनों वर्जन को भारतीय सेना के तीनों अंगों में शामिल किया जा चुका है। इसकी ख़ासियत है कि इसकी स्पीड को रडार के जरिए पकड़ पाना संभव नहीं है। भारत की शक्तिशाली टेक्नोलॉजी को फिलीपींस के अलावा कई और देश चीन की दादागिरी के खिलाफ इस्तेमाल करना चाहते है।
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19 सालों के पत्रकारिता के अपने अनुभव में मैंने राजनीति, सामाजिक सरोकार और रक्षा से जुड़े पहलुओं पर काम किया है। सीमाओं पर देश के वीरों का शौर्य, आत्मन...और देखें
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