पाकिस्तान को कंगाली के गर्त से निकालेंगे गधे? आबादी में भारी इजाफे से शाहबाज सरकार गदगद

Pakistan donkeys : पशुओं की बढ़ती आबादी पर वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि देश में मवेशियों की संख्या बढ़कर 5.55 करोड़ हो गई है। बता दें कि पाकिस्तान में पशुपालन लोगों की आजीविका का एक बड़ा साधन है। करीब 80 लाख परिवार मवेशी पालन उद्योग में शामिल हैं। इन परिवारों की 35 से 40 प्रतिशत आय इसी सेक्टर से होती है।

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पाकिस्तान से गधों का निर्यात चीन में होता है।

Pakistan donkeys : पाकिस्तान में गधों की आबादी में भारी इजाफा हुआ है। पाकिस्तान इकोनॉमिक सर्वे (PES) की 2022-23 की रिपोर्ट में कहा गया है कि इस साल देश में गधों की तादाद बढ़कर करीब 58 लाख हो गई है और इनकी आबादी लगातार बढ़ रही है। रिपोर्ट में इस बात का जिक्र किया गया है कि गधों की संख्या में पिछले कुछ सालों से लगातार वृद्धि हुई है। साल 2019-2020 में इनकी आबादी 55 लाख, 2020-21 में 56 लाख और 2021-22 में 27 लाख थी। दिलचस्प बात यह है कि पाकिस्तान की शाहबाज सरकार गधों के उत्पादन को विदेशी मुद्रा बढ़ाने का एक बड़ा जरिया मान रही है। पाकिस्तान सरकार को गधों से इतनी उम्मीद है कि इसके पालन के लिए वह लोगों को सुविधाएं देकर उन्हें प्रोत्साहित कर रही है।

पाक में पशुपालन आजीविका का एक बड़ा साधन

पशुओं की बढ़ती आबादी पर वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा कि देश में मवेशियों की संख्या बढ़कर 5.55 करोड़ हो गई है। बता दें कि पाकिस्तान में पशुपालन लोगों की आजीविका का एक बड़ा साधन है। करीब 80 लाख परिवार मवेशी पालन उद्योग में शामिल हैं। इन परिवारों की 35 से 40 प्रतिशत आय इसी सेक्टर से होती है। यही नहीं पशुओं का निर्यात विदेशी मुद्रा बढ़ाने का एक जरिया बन चुका है। देश के कुल निर्यात में लाइवस्टॉक सेक्टर की हिस्सेदारी करीब 2.1 प्रतिशत है।

चीन में पाकिस्तानी गधों की मांग बढ़ी

पाकिस्तान की सरकार का कहना है कि उसने मवेशी पालन उद्योग की क्षमता को पहचाना है। यह उद्योग आर्थिक विकास, खाद्य सुरक्षा और गरीबी उन्मूलन में अहम भूमिका निभा सकता है। इसे देखते हुए सरकार इस सेक्टर पर खासा ध्यान दे रही है। दुनिया में गधों की सबसे ज्यादा आबादी चीन में है। इसके बाद पाकिस्तान का नंबर आता है। चीन में बीते वर्षों में गधों की मांग बहुत ज्यादा बढ़ गई है। अपनी इस मांग को पूरा करने के लिए चीन, पाकिस्तान के पास पहुंचा। चीन में गधों से सूप, मांस अन्य खाद्य सामग्रियां तैयार की जाती हैं। डॉन की 2022 की रिपोर्ट के मुताबिक स्थानीय स्तर पर बढ़ी मांग एवं घरेलू स्तर पर उत्पादन में आई गिरावट के बाद चीन ने गधों एवं कुत्तों का आयात दूसरे देशों से करने का फैसला किया है।

चीन में दवा निर्माण के लिए भी मारे जाते हैं गधे

बताया जाता है कि चीन में गधों का इस्तेमाल खाने के अलावा दवा निर्माण में भी किया जाता है। रिपोर्टों के मुताबिक चीन की पारंपरिक दवा निर्माण के लिए गधों की त्वचा से निकाली गई गेलाटिन इस्तेमाल की जाती है। इसके लिए गधों को मारकर उनकी त्वचा को उबाला जाता है। गेलाटिन के बारे में माना जाता है कि इससे प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यही नहीं बताया जाता है कि साल 2022 में चीन ने गधों के साथ-साथ कुत्तों का आयात करने की भी दिलचस्पी दिखाई थी।

पाकिस्तान में गधों के लिए बने हैं फॉर्म हाउस

गधों की आबादी बढ़ाने के लिए पाकिस्तान में फॉर्म हाउस भी बनाए गए हैं। एक ऐसा ही फॉर्म हाउस पंजाब के ओकारा में 3000 एकड़ में बनाई गई है। पाकिस्तान से पहले गधों का आयात चीन, नाइजर एवं बुर्किना फासो से करता था। बाद में इन दोनों देशों ने गधों के निर्यात पर रोक लगा दी।

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आलोक कुमार राव author

करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने समाचारों की एक अंतर्दृष्टि और समझ विकसित की है। इ...और देखें

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