राष्ट्रपति पुतिन ने 4 यूक्रेनी क्षेत्रों के विलय की घोषणा की, कहा- इनकी रक्षा के लिए उठाएंगे हर कदम
Vladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस उसका हिस्सा बने इन नए इलाकों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत के लिए बैठने का आग्रह किया, लेकिन आगाह किया कि मॉस्को रूस में शामिल किए गए उसके हिस्सों को नहीं छोड़ेगा।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन। (File Photo)
मुख्य बातें
- रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने 4 यूक्रेनी क्षेत्रों के विलय की घोषणा की
- यूक्रेनी क्षेत्रों की रक्षा के लिए उठाएंगे हर कदम- पुतिन
- यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक समर्थन मिलने की उम्मीद
Vladimir Putin: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अंतरराष्ट्रीय कानूनों को धता बता कर यूक्रेन (Ukraine) के कुछ हिस्सों को रूस में मिलाने की घोषणा के लिए क्रेमलिन में एक आयोजन किया। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि रूस उसका हिस्सा बने इन नए इलाकों की रक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाएगा। पुतिन ने यूक्रेन से बातचीत के लिए बैठने का आग्रह किया, लेकिन आगाह किया कि मॉस्को रूस में शामिल किए गए उसके हिस्सों को नहीं छोड़ेगा। संबंधित खबरें
राष्ट्रपति पुतिन ने 4 यूक्रेनी क्षेत्रों के विलय की घोषणा की
यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक समर्थन मिलने की उम्मीद
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) ने शुक्रवार तड़के खेरसॉन और जापोरिज्जिया क्षेत्रों की स्वतंत्रता को मान्यता देते हुए आदेश जारी किए। उन्होंने फरवरी में लुहांस्क और दोनेत्स्क तथा इससे पहले क्रीमिया के लिए इसी तरह के कदम उठाए थे। शुक्रवार को यूक्रेन के और अधिक हिस्से पर कब्जा करने की रूस की योजना सात महीने के युद्ध में तेजी आने का संकेत है तथा उम्मीद है कि इस घटना के बाद रूस को और अधिक अलग-थलग कर दिया जाएगा। साथ ही उस पर और अधिक अंतरराष्ट्रीय दंड लगाया जाएगा और यूक्रेन को अतिरिक्त सैन्य, राजनीतिक और आर्थिक समर्थन मिलेगा।संबंधित खबरें
24 फरवरी को पुतिन द्वारा यूक्रेन में सेना भेजे जाने के तुरंत बाद दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र और पड़ोसी ज़ापोरिज्जिया के हिस्से पर रूस ने कब्जा कर लिया था। क्रेमलिन-नियंत्रित रूसी संसद के दोनों सदन अगले सप्ताह बैठक करेंगे, जिसमें क्षेत्रों के लिए रूस में शामिल होने के लिए संधियों पर मुहर लगाई जाएगी, उन्हें उनकी मंजूरी के लिए पुतिन के पास भेजा जाएगा। रूस ने इन क्षेत्रों की स्वतंत्रता को तब मान्यता दी है जब कुछ दिनों पहले उसने ‘जनमत संग्रह’ कराया था। यूक्रेन और पश्चिम देशों के अधिकारियों ने जनमत संग्रह के लिए हुए मतदान को गैरकानूनी बताकर इसकी निंदा की है। संबंधित खबरें
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