चुनाव बाद बांग्लादेश में अरब स्प्रिंग की साजिश रचेगा अमेरिका! दिसंबर 2023 में ही रूस ने बता दिया था
Bangladesh Coup: सेंट मार्टिन द्वीप दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्गों में से एक मलक्का जलडमरूमध्य के पास स्थित है। इस द्वीप पर सैन्य अड्डा होने से किसी भी देश की ताकत बंगाल की खाड़ी में बढ़ जाएगी। माना जाता है कि इस द्वीप पर अमेरिका अपनी सेना की उपस्थिति चाहता है ताकि उसका दबदबा बंगाल की खाड़ी में बढ़ सके।
बांग्लादेश में 5 अगस्त को हुआ तख्तापलट।
मुख्य बातें
- गत पांच अगस्त को बांग्लादेश में हसीना सरकार का हुआ तख्तापलट
- हजारों प्रदर्शनकारियों की भीड़ ढाका में पीएम आवास में दाखिल हो गई
- जान बचाने के लिए हसीना को पीएम पद से इस्तीफा देकर वहां से भागना पड़ा
Bangladesh Coup: बांग्लादेश में गत पांच अगस्त को तख्तापलट हो गया। प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देकर ढाका से भागना पड़ा। वह, फिलहाल भारत में हैं। बांग्लादेश में हुए इस हिंसक प्रदर्शन, बवाल और उत्पात के पीछे साजिश की बातें सामने आई हैं। एक तबका है जो यह मान रहा है कि बांग्लादेश की सत्ता से हसीना को बाहर करने के लिए अंतरराष्ट्रीय ताकतों ने साजिश रची। कई रिपोर्टों में दावा किया गया है कि इस तख्तापलट के पीछे अमेरिकी साजिश की भी आशंका जताई गई है। इन्हीं रिपोर्टों के बीच ढाका ट्रिब्यून की एक रिपोर्ट की भी चर्चा हो रही है। यह रिपोर्ट दिसंबर 2023 की है। रिपोर्ट के मुताबिक उस समय रूस ने अमेरिका पर आरोप लगाया था कि चुनाव के बाद वह ढाका में अरब स्प्रिंग जैसा साजिश कर रहा है।
'बांग्लादेश को किया जा सकता है अस्थिर'
अगर इस रिपोर्ट को मानें तो हसीना सरकार को बेदखल करने में विदेशी ताकतों की संलिप्तता की आशंकाओं को बल मिलता है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सात जनवरी के बाद बांग्लादेश को अस्थिर करने के लिए अमेरिका एक के बाद एक कई साजिशें रच रहा है। रूस की विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता एमवी जखारोवा ने अपने बयान में कहा कि 'चुनाव नतीजों से यदि अमेरिका संतुष्ट नहीं हुआ तो बांग्लादेश को अस्थिर करने के लिए अरब स्प्रिंग की तरह हालात बनाने के प्रयास किए जा सकते हैं।'
यह भी पढ़ें- समुद्र में अपनी दूसरी परमाणु पनडुब्बी उतारने को तैयार भारत, जानिए कैसे पड़ेगा दुश्मनों पर भारी
अरब स्प्रिंग क्या है?
2020 की शुरुआत में अरब के कई देशों में सत्ता एवं सरकार के खिलाफ लोग सड़कों पर आ गए। भ्रष्टाचार, महंगाई, रोजगार को लेकर लोगों ने सशस्त्र विद्रोह किया। इसमें बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हुआ। अरब स्प्रिंग की शुरुआत सबसे पहले ट्यूनीशिया में हुई। ट्यूनीशिया के बाद लीबिया, मिस्र, यमन , सीरिया और बहरीन में लोग अपनी सरकारों के खिलाफ सड़कों पर आ गए और सशस्त्र विद्रोह किया। इस विरोध-प्रदर्शनों की सबसे बड़ी वजह सरकार से नाराजगी थी।
एक गोरा व्यक्ति मेरे पास आया था-हसीना
अपनी सरकार के खिलाफ विदेशी साजिश की बात हसीना ने भी कही है। रिपोर्टों के अनुसार हसीना ने कहा कि 'एक गोरा व्यक्ति उनके पास आया था। उसने उनसे कहा कि यदि वह बांग्लादेश में एयरबेस बनाने और म्यांमार के कुछ हिस्सों को मिलाकर एक ईसाई देश बनाने के लिए यदि वह जमीन देती हैं तो वह जनवरी का चुनाव आसानी से जीत आएंगी उन्हें कोई मुश्किल नहीं आएगी।' हसीना ने ऐसा करने से इंकार कर दिया। यह 'गोरा व्यक्ति' किस देश का था, इसे हसीना ने तो नहीं बताया लेकिन अब कहा जा रहा है कि यह गोरा व्यक्ति अमेरिका का एक राजनयिक था। अमेरिका चाहता था कि बांग्लादेश अपने सेंट मार्टिन द्वीप को अमेरिका को दे दे।
यह भी पढ़ें- ईरान को हटना पड़ेगा पीछे! पश्चिम एशिया में सैन्य उपस्थिति बढ़ा रहा अमेरिका, इजराइल की मदद के लिए भेजी घातक सबमरीन
मलक्का जलडमरूमध्य के पास स्थित है यह द्वीप
सेंट मार्टिन द्वीप दुनिया के सबसे व्यस्त समुद्री व्यापार मार्गों में से एक मलक्का जलडमरूमध्य के पास स्थित है। इस द्वीप पर सैन्य अड्डा होने से किसी भी देश की ताकत बंगाल की खाड़ी में बढ़ जाएगी। माना जाता है कि इस द्वीप पर अमेरिका अपनी सेना की उपस्थिति चाहता है ताकि उसका दबदबा बंगाल की खाड़ी में बढ़ सके। कहा जा रहा है कि हसीना की ओर से ना कहे जाने के बाद अमेरिका उनसे नाराज हो गया और उन्हें सत्ता से हटाने के लिए बांग्लादेश की कट्टरपंथी संगठन जमात ए इस्लामी से मिलकर साजिश रची।
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |
End of Article
आलोक कुमार राव author
करीब 20 सालों से पत्रकारिता के पेशे में काम करते हुए प्रिंट, एजेंसी, टेलीविजन, डिजिटल के अनुभव ने...और देखें
End Of Feed
© 2025 Bennett, Coleman & Company Limited