पुतिन के तेवर सख्त: रूस ने ब्रिटेन के 6 राजनयिकों पर लगाया जासूसी का आरोप, देश से किया निष्कासित

रूस ने यह कदम अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को लगभग 1.5 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त सहायता देने के वादे के दो दिन बाद उठाया है। साथ ही यूक्रेनी अधिकारियों ने रूस के अंदर गहरे तक हमला करने के लिए पश्चिमी देशों की मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी है।

रूस का सख्त कदम

Russia Expels Six British Diplomats: रूस की संघीय सुरक्षा सेवा ने शुक्रवार को छह ब्रिटिश राजनयिकों पर जासूसी करने का आरोप लगाते हुए उन्हें देश से निष्काषित कर दिया। रूसी राज्य टीवी ने एफएसबी सुरक्षा सेवा के एक अधिकारी के हवाले से कहा कि उन्हें निष्कासित कर दिया जाएगा। एफएसबी ने दावा किया कि उसे ऐसे दस्तावेज़ मिले हैं जो दर्शाते हैं कि उन्हें ब्रिटेन के विदेश कार्यालय के एक प्रभाग द्वारा रूस भेजा गया था जिसका मुख्य उद्देश्य हमारे देश को रणनीतिक हार पहुंचाना है। वे खुफिया जानकारी एकत्र करने और विध्वंसक गतिविधियों में शामिल थे।

यूक्रेन के कदम से भड़का रूस

रूस ने यह कदम अमेरिका और ब्रिटेन द्वारा यूक्रेन को लगभग 1.5 बिलियन डॉलर की अतिरिक्त सहायता देने के वादे के दो दिन बाद उठाया है। साथ ही यूक्रेनी अधिकारियों ने रूस के अंदर गहरे तक हमला करने के लिए पश्चिमी देशों की मिसाइलों का इस्तेमाल करने की अनुमति मांगी है। इसे लेकर रूस भड़का हुआ है और पुतिन ने साफ तौर पर कहा है कि अगर इस तरह की इजाजत यूक्रेन को दी जाती है तो इसे अमेरिका, नाटो और पश्चिमी देशों को सीधे तौर पर युद्ध में शामिल माना जाएगा।

एफएसबी ने बताई वजह

सोवियत केजीबी की उत्तराधिकारी एजेंसी एफएसबी ने कहा कि उसके पास ऐसे दस्तावेज हैं जो दिखाते हैं कि लंदन में पूर्वी यूरोप और मध्य एशिया के लिए जिम्मेदार ब्रिटिश विदेश कार्यालय विभाग राजनीतिक और सैन्य स्थिति को बढ़ावा दे रहा है। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध में रूस की रणनीतिक हार सुनिश्चित करने के उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा है। एफएसबी ने एक बयान में कहा, सामने आए तथ्य निदेशालय द्वारा मॉस्को भेजे गए ब्रिटिश राजनयिकों की गतिविधियों को रूसी संघ की सुरक्षा के लिए खतरा मानने का आधार देते हैं।
End Of Feed