Russia-Ukraine War:न्यूक्लियर हमले से बचाएगी ये गोली!अमेरिका-EU ने किया बड़े पैमाने पर स्टोर

Russia-Ukraine War: करीब 8 महीने से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक दौर में पहुंच चुका है। ऐसे में रूस अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई भी कदम उठा सकता है। इसमें न्यूकिलयर हमला भी शामिल है। और अब इसी खतरे को देखते हुए अमेरिका, पोलैंड, यूरोपीय संघ के देशों और यूक्रेन में आयोडीन और दूसरी एंटी रेडिएशन दवाओं को स्टोर किया जा रहा है।

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व्लादिमीर पुतिन ने दी है न्यूक्लियर हमले की धमकी

Nuclear Threat Due to Russia-Ukraine War: जब से यूक्रेन (Ukraine) ने क्रीमिया से रूस को जोड़ने वाले पुल को तबाह किया है, उसी समय से रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन (Vladimir Putin) ने यूक्रेन के शहरों पर हमले तेज कर दिए हैं। आलम यह है कि रूस (Russia) की सेना ने कई शहरों पर मिसाइल से ताबड़तोड़ हमले शुरू कर दिए है। बौखलाया रूस जिस तरह से हमला कर रहा है, उससे यही लगता है कि आने वाले दिनों में पुतिन कोई भी बड़ा कदम उठा सकते हैं। और इसमें न्यूक्लियर हमले (Nuclear Attack) की धमकी भी शामिल है। जिस पर उन्होंने 24 सितंबर को साफ तौर पर कहा था कि पश्चिमी देश किसी गलतफहमी में नहीं रहें, हमारे पास दुनिया में तबाही मचाने वाले सबसे खतरनाक हथियार हैं। इसी के बाद 6 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने बयान दे दिया कि दुनिया आखिरी जंग के करीब पहुंच गई है।

दुनिया की दो बड़ी सैन्य शक्तियों के प्रमुखों के बयान से साफ है कि करीब 8 महीने से चल रहे रूस-यूक्रेन युद्ध अब अपने सबसे खतरनाक दौर में पहुंच चुका है। ऐसे में रूस अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए कोई भी कदम उठा सकता है। इसमें न्यूकिलयर हमला भी शामिल है। और अब इसी खतरे को देखते हुए अमेरिका, पोलैंड, यूरोपीय संघ और यूक्रेन में आयोडीन और दूसरी एंटी रेडिएशन दवाओं को स्टोर किया जा रहा है। जी हां, यह वहीं आयोडीन है जो नमक में शामिल होता है। इसकी वजह यह है कि न्यूक्लियर हमले के समय होने वाले रेडिएशन से बचाने में आयोडीन को कारगर माना जाता है।

भारी मात्रा में ये देश खरीद रहे हैं एंटी रेडिएशन दवा

पुतिन के बयान के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 2 अक्टूबर 29 करोड़ डॉलर की एंटी रेडिएशन खरीदने का ऐलान किया। इसके तहत अमेरिका Nplate मेडिसिन खरीद रहा है। जिसके जरिए उसका दावा है कि वह किसी भी तरह के न्यूक्लियर, जैविक हमले में नागरिकों की रक्षा की जा सकेगी।

इसी तरह यूक्रेन की राजधानी कीव में पोटेशियम ऑयोडीन की गोलियां बांटने का फैसला किया गया है। फॉक्स न्यूज के अनुसार, इसके लिए बचाव केंद्र बनाए जा रहे हैं। और अगर रूस न्यूक्लियर हमला करता है, तो उस समय पोटेशियम ऑयोडीन की गोली से बचाव की कोशिश की जाएगी।

रूस की सीमा से सटे पोलैंड ने भी अपने सभी 16 राज्यों में डिस्ट्रीब्यूशन सेंटर बनाए गए हैं। और वह आयोडीन की गोलिया खरीदने की तैयारी कर रहा है।

यूरोपियन यूनियन ने भी यूक्रेन को 55 लाख पोटैशियम आयोडाइड की गोली भेजी है। इसके अलावा मार्च में ही यूरोपीय संघ ने अपने सदस्य देशों से कह दिया था कि वह, न्यूक्लियर हमले के खतरे को देखते आयोडीन की गोलियां, रेडिएशन से बचाव के लिए किट और दूसरी जरूरी चीजें स्टॉक करना शुरू कर दें।

कैसे बचाती है आयोडीन और एंटी रेडिएशन दवा

जब किसी एरिया में न्यूकिलयर हमला होगा, तो विस्फोट होते ही हवा में रेडियोएक्टिव आयोडीन I-131 तैरने लगता है। और वह सांसों के जरिए लोगों के शरीर में प्रवेश कर जाता है। ऐसे समय में एंटी-रेडिएशन दवा यानी पोटैशियम आयोडाइड शरीर का बचाव करती है। हालांकि यह न्यूक्लियर बम के विस्फोट के बाद निकलने वाले दूसरे तरह के रेडिएशन से बचाव नहीं करती है।

इसके पहले जब यूक्रेन के ही चेर्नोबिल न्यूक्लियर प्लांट में विस्फोट हुआ था। तब लोगों की जान बचाने के लिए पोटैशियम आयोडाइड टैबलेट बांटे गए थे। इसी तरह जापान में आए भूकंप और सुनामी की वजह से फुकुशिमा न्‍यूक्लियर पॉवर प्‍लांट को नुकसान हुआ था। उस समय भी जापान में पोटैशियम आयोडाइड लोगों को लेने की सलाह दी गई थी।

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प्रशांत श्रीवास्तव author

करीब 17 साल से पत्रकारिता जगत से जुड़ा हुआ हूं। और इस दौरान मीडिया की सभी विधाओं यानी टेलीविजन, प्रिंट, मैगजीन, डिजिटल और बिजनेस पत्रकारिता में काम कर...और देखें

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