यूक्रेन में भीषण तबाही और गोलीबारी के बावजूद प्रतिरोध और उम्मीद का प्रतीक बने फूल; घरों की लौटा रहे रौनक!

Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध थमने के नाम नहीं ले रहा है। इसके बावजूद यूक्रेनी नागरिक राजधानी कीव तथा अन्य शहरों में अपने घर की बालकनी तथा अन्य स्थानों को फूलों से सजाने का कोई मौका नहीं चूकते। फूलों को हमेशा यूक्रेन की संस्कृति से जोड़ा जाता है।

जंग के बीच खिल रहे फूल (फोटो साभार: वोलोदिमीर जेलेंस्की @ZelenskyyUa)

मुख्य बातें
  • रूस और यूक्रेन के बीच 2022 से चल रहा युद्ध।
  • फूलों को हमेशा यूक्रेन की संस्कृति से जोड़ा जाता है।
  • यूक्रेन की जेलों में भी दिखायी देते हैं फूल।
Russia Ukraine War: रूस के आक्रमण के कारण दो साल से अपनी पत्नी और बेटी से मिलने के लिए तरस रहे ओलेक्जेंडर ट्रायफोनोव जब उनसे मिलने कीव रेलवे स्टेशन की ओर जा रहे थे तो उन्होंने उनके लिए दो लाल गुलाब खरीदे। उनकी पत्नी और बेटी दो साल बाद पोलैंड से यूक्रेन लौट रही थीं। 45 वर्षीय चालक ट्रायफोनोव ने कहा, ‘‘मैंने दो साल से उन्हें नहीं देखा है। फूल महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।’’
फूलों को हमेशा यूक्रेन की संस्कृति से जोड़ा जाता है और रूस के 2022 में आक्रमण करने के बाद से उनका महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। उन्हें प्रतिरोध और उम्मीद दोनों का प्रतीक माना जाता है। युद्ध के कारण आ रही कठिनाइयों के बावजूद यूक्रेनी नागरिक राजधानी कीव तथा अन्य शहरों में अपने घर की बालकनी तथा अन्य स्थानों को फूलों से सजाने का कोई मौका नहीं चूकते। यहां तक कि यूक्रेन की जेलों में भी फूल दिखायी देते हैं।

गुलदस्ता लेकर अस्पताल पहुंचे थे जेलेंस्की

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की रूस के हमले में घायल हुई एक किशोरी से 2022 में जब अस्पताल में मिलने गए थे तो उसके लिए फूलों का एक गुलदस्ता लेकर गए थे। यूक्रेन की राजधानी कीव के बाहरी इलाकों में निवासी अब भी अपने क्षतिग्रस्त या पूरी तरह से ध्वस्त कर दिए गए मकानों के बगीचों की देखभाल करते हैं।
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