राहुल अब 'पप्पू' नहीं रहे, मुद्दों पर गहरी समझ रखने वाले रणनीतिकार हैं', अमेरिका पहुंचे कांग्रेस नेता की पित्रोदा ने की तारीफ

Rahul Gandhi US Visit : कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी की तारीफ की है। राहुल अपनी तीन दिनों की यात्रा पर इस समय अमेरिका में हैं। टेक्सास में एक कार्यक्रम के दौरान पित्रोदा ने कहा कि राहुल अब पप्पू नहीं हैं जैसा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लोग दावा करते हैं। राहुल मुद्दों पर गंभीर समझ रखते हैं और वह एक कुशल रणनीतिकार हैं।

राहुल गांधी अमेरिका के दौरे पर गए हैं।

Rahul Gandhi US Visit : कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने राहुल गांधी की तारीफ की है। राहुल अपनी तीन दिनों की यात्रा पर इस समय अमेरिका में हैं। टेक्सास में एक कार्यक्रम के दौरान पित्रोदा ने कहा कि राहुल अब पप्पू नहीं हैं जैसा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) के लोग दावा करते हैं। राहुल मुद्दों पर गंभीर समझ रखते हैं और वह एक कुशल रणनीतिकार हैं। पित्रोदा इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष हैं। लोकसभा चुनाव के दौरान विवादित बयान देने के लिए उन्हें इस पद से हटा दिया गया था लेकिन गत जून में उन्हें फिर से इस पद पर नियुक्त कर दिया गया।

राहुल अब पप्पू नहीं हैं-पित्रोदा

पित्रोदा ने कहा, 'राहुल गांधी की छवि एक कमजोर नेता के रूप में पेश करने के लिए भाजपा करोड़ों रुपए खर्च करती है लेकिन इसके वह इसके उलट हैं। उनके पास एक विजन है। वह पप्पू नहीं हैं। वह काफी पढ़े-लिखे व्यक्ति हैं। किसी भी मुद्दे पर वह गहरी समझ रखते हैं। वह एक कुशल रणनीतिकार हैं। हालांकि, यह अलग बात है कि कई बार उन्हें समझना आसान नहीं होता।' पित्रोदा ने कहा कि सबको साथ लेकर चलने और विविधता पर गांधी परिवार के जो विचार हैं, उससे उन्हें (पित्रोदा) को बहुत सीख मिली है।

भारत में रोजगार की समस्या-राहुल

टेक्सास के डलास में राहुल ने छात्रों को संबोधित किया। भारत की राजनीति, इकोनॉमी, भारत जोड़ो यात्रा के बारे में अपनी बात रखते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि भारत में रोजगार की समस्या है। ऐसा इसलिए क्योंकि हमने प्रोडक्शन पर ध्यान नहीं दिया। भारत में सब कुछ मेड इन चाइना है। चीन ने प्रोडक्शन पर ध्यान दिया है। इसलिए चीन में रोजगार की दिक्कतें नहीं हैं।' भारत में गरीबी को लेकर पूछे गए सवाल पर राहुल गांधी ने कहा- सिर्फ एक-दो लोगों को सारे पोर्ट्स और सारे डिफेंस कॉन्ट्रैक्ट दिए जाते हैं। इसी कारण भारत में मैन्युफैक्चरिंग की स्थिति ठीक नहीं है।

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