​शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए मिले थे सिर्फ 45 मिनट, सेना ने भाषण रिकॉर्ड करने का भी नहीं दिया मौका

बांग्लादेश में सरकार विरोधी व्यापक प्रदर्शनों के बाद सोमवार को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देने वाली शेख हसीना विमान से गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरबेस पर उतरीं। हसीना को किसी सुरक्षित स्थान पर रखा गया है। सूत्रों

बांग्लादेश में उथल-पुथल

Sheikh Hasina: बांग्लादेश में सियासी उथल-पुथल के बीच कई खबरें सामने आ रही हैं। बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को बांग्लादेश सेना ने सोमवार को देश छोड़ने के लिए सिर्फ 45 मिनट का समय दिया था। सूत्रों ने बताया कि हसीना बांग्लादेश छोड़ने से पहले राष्ट्र के नाम एक संदेश प्रसारित करना चाहती थीं, लेकिन सेना ने उन्हें ऐसा करने की इजाजत नहीं दी। उन्होंने आनन-फानन में देश छोड़ना पड़ा। गनीमत ये रही कि सेना ने हसीना का हेलीकॉप्टर इस्तेमाल करने दिया जिससे वह देश छोड़कर सुरक्षित भारत पहुंच सकीं।

सेना के दो धड़े, एक गुट हसीना के पक्ष में

सूत्रों के मुताबिक, बांग्लादेश सेना के दो गुट थे, एक शेख हसीना के पक्ष में था, जबकि दूसरा गुट, जिसमें जूनियर अधिकारी और लगभग 60 सेवानिवृत्त अधिकारी शामिल थे, उनके खिलाफ थे। रविवार दोपहर करीब 1 बजे सेना की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक हुई और सेना ने हसीना से कहा कि वे सोमवार को मार्च के दौरान छात्रों को नहीं रोकेंगे। सोमवार सुबह 9 बजे तक स्थिति ठीक थी, जिसके बाद हजारों की संख्या में छात्र गाजीपुर बॉर्डर से ढाका में दाखिल हुए। सूत्रों ने बताया कि इसके बाद स्थिति बिगड़ गई, जिसके बाद सेना ने शेख हसीना को देश छोड़ने के लिए 45 मिनट का समय दिया।

हसीना को देना पड़ा इस्तीफा

पिछले कुछ हफ्तों में देश में हुए हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच हसीना ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया था। हसीना की फ्लाइट दिल्ली के पास हिंडन एयरबेस पर उतरी और वह फिलहाल एयरबेस पर सुरक्षित स्थान पर हैं और फिलहाल वहीं रहेंगी। बांग्लादेश में रविवार को अत्यधिक हिंसा देखी गई, जिसमें करीब 100 लोगों की मौत हो गई, और प्रदर्शनकारियों ने ढाका तक मार्च किया। हसीना के देश छोड़ते ही प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास के साथ-साथ संसद पर भी धावा बोल दिया। उधर, सेना ने घोषणा की कि देश में अंतरिम सरकार सत्ता संभालेगी।
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