राष्ट्रपति मैक्रॉन के लिए सितार,उनकी पत्नी के लिए सिल्क साड़ी, जानिए पीएम मोदी ने दिए क्या-क्या गिफ्ट

PM Modi Gifts For Macron: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का फ्रांस में जमकर स्वागत हुआ। उन्होंने सांस्कृतिक संबंध को भी आगे बढ़ाया। फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, उनकी पत्नी ब्रिगिट मैक्रॉन, प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न, फ्रांसीसी नेशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्रौन-पिवेट और फ्रांसीसी सीनेट के अध्यक्ष जेरार्ड लार्चर को भारत में तैयार खास गिफ्ट भी प्रदान किया।

Emmanuel Macron, PM Modi gift

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन को दिए कई गिफ्ट

PM Modi Gifts For Macron : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस की अपनी राजनयिक यात्रा सांस्कृतिक संबंध भी जोड़े। उन्होंने फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, उनकी पत्नी ब्रिगिट मैक्रॉन, प्रधानमंत्री एलिजाबेथ बोर्न, फ्रांसीसी नेशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्रौन-पिवेट और फ्रांसीसी सीनेट के अध्यक्ष जेरार्ड लार्चर को भारतीय शिल्प कौशल द्वारा तैयार किए गए गिफ्ट भी दिए। गिफ्ट में भारतीय वस्त्र, कला और शिल्प कौशल की समृद्ध विरासत शामिल थी। ये भी पढ़ें- फ्रांस और भारत में कई मुद्दों पर बनी सहमति, पीएम मोदी और राष्ट्रपति मैक्रॉन ने जारी किया साझा बयान, 10 प्वाइंट में समझें

राष्ट्रपति मैक्रॉन (Emmanuel Macron) को पीएम मोदी ने सितार की एक अनूठी प्रतिकृति भेंट दी। जो पूरी तरह से चंदन से तैयार की गई थी। चंदन की नक्काशी, दक्षिणी भारत में सदियों से प्रचलित एक प्राचीन शिल्प है, जिसमें सितार पकड़े हुए देवी सरस्वती और भगवान गणेश की छवियों को दर्शाया गया है, साथ ही भारत के राष्ट्रीय पक्षी मोर के चित्रण भी हैं। यह भारतीय संस्कृति के रूपांकनों की एक श्रृंखला को समाहित करता है।

प्रथम महिला ब्रिगिट मैक्रॉन (Brigitte Macron) को एक पोचमपल्ली रेशम इकत साड़ी दी गई। जो एक सजावटी चंदन के बक्से में रखी गई थी। साड़ी उत्पादन भारत के तेलंगाना में पोचमपल्ली से हुई हैऔर यह अपने जीवंत रंगों और जटिल डिजाइनों के लिए जानी जाती है। चंदन का बक्सा पारंपरिक रूपांकनों और इतिहास के दृश्यों को दर्शाती विस्तृत नक्काशी से सजा हुआ है।

प्रधानमंत्री एलिज़ाबेथ बोर्न (Elisabeth Borne) को 'मार्बल इनले वर्क' से सजी एक मेज उपहार में दी गई। अपनी आकर्षक कलात्मकता के लिए प्रसिद्ध, संगमरमर की जड़ाई के काम में मकराना, राजस्थान से उच्च गुणवत्ता वाले संगमरमर और भारत के विभिन्न हिस्सों से प्राप्त अर्ध-कीमती पत्थरों का उपयोग किया जाता है। कला का एक सुंदर, रंगीन नमूना बनाने के लिए पत्थरों को सावधानीपूर्वक काटा जाता है, उकेरा जाता है और संगमरमर में स्थापित किया जाता है।

फ्रांसीसी नेशनल असेंबली के अध्यक्ष येल ब्राउन-पिवेट (Yael Braun-Pivet) को हाथ से बुना हुआ रेशम कश्मीरी कालीन प्राप्त हुआ, जो अपनी कोमलता और जटिल शिल्प कौशल के लिए विश्व स्तर पर प्रसिद्ध है। विस्तृत पैटर्न के साथ बुने गए ये कालीन अलग-अलग कोणों से देखने पर अलग-अलग रंगों में दिखने की एक आकर्षक विशेषता प्रदर्शित करते हैं। जिससे उनका कलात्मक आकर्षण बढ़ता है।

अंत में, फ्रांसीसी सीनेट के अध्यक्ष जेरार्ड लार्चर (Gerard Larcher) को चंदन की हाथ से बनाई गई हाथी की मूर्ति भेंट की गई। भारतीय संस्कृति में ज्ञान, शक्ति और सौभाग्य का प्रतीक हाथी प्रकृति, संस्कृति और कला के बीच सामंजस्य का एक सुंदर प्रतिबिंब है।

सरकारी सूत्रों ने कहा कि इनमें से प्रत्येक गिफ्ट भारत की समृद्ध विरासत के प्रतीक के रूप में कार्य करता है। जो दोनों देशों को बांधने वाले विविध सांस्कृतिक संबंधों को दर्शाता है। शुक्रवार को फ्रांस के बैस्टिल दिवस समारोह के दौरान पीएम मोदी को सम्मानित किया गया।

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रामानुज सिंह author

रामानुज सिंह अगस्त 2017 से Timesnowhindi.com के साथ करियर को आगे बढ़ा रहे हैं। यहां वे असिस्टेंट एडिटर के तौर पर काम कर रहे हैं। वह बिजनेस टीम में ...और देखें

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