इस देश में 2 साल से कम उम्र के बच्चे नहीं देख सकेंगे TV, फोन के इस्तेमाल पर भी लगा प्रतिबंध

Screen Time: स्वीडन की सरकार ने दो साल से कम उम्र के बच्चों के मोबाइल फोन, टीवी सहित तमाम तरह के 'स्क्रीन' के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाया है। अब दो साल से कम उम्र के बच्चे टीवी नहीं देख सकेंगे। इससे पहले अमेरिका, कनाडा जैसे देश इस तरह का परामर्श जारी कर चुके हैं।

Television

टीवी देखने पर लगा प्रतिबंध

मुख्य बातें
  • बच्चों के 'स्क्रीन' इस्तेमाल को लेकर अधिकतम सीमा की तय।
  • 2 से 5 साल तक के बच्चे एक घंटे कर सकेंगे इस्तेमाल।
  • 6 से 12 साल तक के दो घंटे कर सकते हैं उपयोग।
Screen Time: स्वीडन में दो साल से कम उम्र के बच्चों के 'स्क्रीन' का इस्तेमाल करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। सरकार की ओर से जारी परामर्श में स्पष्ट किया गया है कि बच्चों को टीवी और मोबाइल फोन समेत किसी भी 'स्क्रीन' के इस्तेमाल की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।

'स्क्रीन' का कितना इस्तेमाल कर सकते हैं बच्चे?

परामर्श में कहा गया है कि दो से पांच साल तक के बच्चे दिन में अधिकतम एक घंटा, जबकि छह से 12 साल तक के बच्चे दो घंटे 'स्क्रीन' का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें कहा गया है कि किशोर-किशोरियों को दिनभर में अधिकतम तीन घंटे ही 'स्क्रीन' के उपयोग की अनुमति दी जानी चाहिए।
स्वीडन सरकार ने यह परामर्श ऐसे समय में जारी किया है, जब विभिन्न अनुसंधानों से पता चला है कि 'स्क्रीन' के अत्यधिक इस्तेमाल के कारण बच्चों और किशोरों में नींद की गुणवत्ता प्रभावित हो रही हैं, अवसाद के मामले बढ़ रहे हैं और शारीरिक सक्रियता के स्तर में लगातार कमी आ रही है।

यह देश भी परामर्श कर चुके हैं जारी

अमेरिका, आयरलैंड, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और फ्रांस जैसे देश भी इस तरह का परामर्श जारी कर चुके हैं। इनमें से फ्रांस ने सबसे सख्त परामर्श जारी किया है कि तीन साल से कम उम्र के बच्चों को 'स्क्रीन' के इस्तेमाल की बिल्कुल भी अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
(इनपुट: भाषा)
देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) और बजट 2024 (Union Budget 2024) की ताजा समाचार के लिए जुड़े रहे Times Now Navbharat से |

लेटेस्ट न्यूज

अनुराग गुप्ता author

टाइम्स नाउ नवभारत डिजिटल में बतौर सीनियर कॉपी एडिटर काम कर रहे हैं। खबरों की पड़ताल करना इनकी आदतों में शुमार हैं और यह टाइम्स नाउ नवभारत की वेबसाइट क...और देखें

End of Article

© 2024 Bennett, Coleman & Company Limited