Nobel Prize 2022: स्वीडन के वैज्ञानिक स्वांते पाबो को मिला मेडिसिन के लिए नोबेल प्राइज
Svante Paabo: नोबेल पुरस्कार में एक करोड़ स्वीडीश क्रोनोर (करीब नौ लाख अमेरिकी डॉलर) की नकद राशि प्रदान की जाती है, जो विजेताओं को 10 दिसंबर को दी जाएगी। ये राशि पुरस्कार की स्थापना करने वाले स्वीडन के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से दी जाती है। अल्फ्रेड नोबल की मृत्यु 1895 में हुई थी।
स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो को चिकित्सा के क्षेत्र में साल 2022 का नोबेल पुरस्कार मिला है।
मुख्य बातें
- स्वांते पाबो को मिला मेडिसिन के लिए नोबेल प्राइज
- स्वीडन के वैज्ञानिक हैं स्वांते पाबो
- पुरस्कार में मिलेंगे करीब नौ लाख अमेरिकी डॉलर
स्वांते पाबो को मिला मेडिसिन के लिए नोबेल प्राइज
स्वांते पाबो ने एक पूरी तरह से नया वैज्ञानिक अनुशासन, पेलोजेनोमिक्स स्थापित किया है। सभी जीवित मनुष्यों को विलुप्त होमिनिन से अलग करने वाले आनुवंशिक अंतरों को प्रकट करके, उनकी खोजों ने यह पता लगाने का आधार प्रदान किया कि क्या हमें विशिष्ट मानव बनाता है। साथ ही उन्होंने एक विलुप्त होमिनिन, डेनिसोवा की सनसनीखेज खोज भी की, जो पूरी तरह से एक छोटी उंगली की हड्डी के नमूने से प्राप्त जीनोम डेटा से प्राप्त हुई थी।
स्वांते पाबो ने पाया कि जीन स्थानांतरण इन अब विलुप्त होमिनिन से होमो सेपियन्स में हुआ था। आज के मनुष्यों के लिए जीन के इस प्राचीन प्रवाह की आज शारीरिक प्रासंगिकता है, उदाहरण के लिए ये प्रभावित करता है कि हमारी प्रतिरक्षा प्रणाली संक्रमणों के प्रति कैसे प्रतिक्रिया करती है। चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के साथ ही नोबेल पुरस्कारों की घोषणा की शुरूआत हो गई है। मंगलवार को भौतिकी विज्ञान, बुधवार को रसायन विज्ञान और बृहस्पतिवार को साहित्य के क्षेत्र में इन पुरस्कारों की घोषणा की जाएगी।
पुरस्कार में मिलेंगे करीब नौ लाख अमेरिकी डॉलर
वहीं पिछले साल के पुरस्कार विजेताओं में डेविड जुलियस और आर्डेम पटापुटियन शामिल थे, जिनकी खोज मानव शरीर तापमान और स्पर्श को किस तरह से महसूस करता है, इस विषय पर आधारित थी। नोबेल पुरस्कार में एक करोड़ स्वीडीश क्रोनोर (करीब नौ लाख अमेरिकी डॉलर) की नकद राशि प्रदान की जाती है, जो विजेताओं को 10 दिसंबर को दी जाएगी। ये राशि पुरस्कार की स्थापना करने वाले स्वीडन के आविष्कारक अल्फ्रेड नोबल द्वारा छोड़ी गई वसीयत से दी जाती है। अल्फ्रेड नोबल की मृत्यु 1895 में हुई थी। देश और दुनिया की ताजा ख़बरें (Hindi News) अब हिंदी में पढ़ें | दुनिया (world News) की खबरों के लिए जुड़े रहे Timesnowhindi.com से | आज की ताजा खबरों (Latest Hindi News) के लिए Subscribe करें टाइम्स नाउ नवभारत YouTube चैनल
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