व्लादिमीर पुतिन को सता रहा सैन्य बगावत का खतरा, जानें- क्या है वजह
Russia Ukraine War: रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है, दावों और प्रतिदावों के बीच दोनों पर अपनी कामयाबी को दुनिया के सामने पेश कर रहे हैं। लेकिन बताया जा रहा है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर को सैन्य विद्रोह का खतरा सता रहा है।
व्लादिमीर पुतिन, रूस के राष्ट्रपति
मुख्य बातें
- वैगनर समूह का जिक्र
- रूसी सेना के आदेश ना मानने का मामला
- बखमुत पर किसका कब्जा, अलग अलग दावे
Russia Ukraine War: यूक्रेन और रूस के बीच जंग बेनतीजा है। यूक्रेन के इलाकों पर रूस समय समय पर अटैक करता रहता है। हाल ही में बखमुत को लेकर खबर आई कि रूस ने कब्जा कर लिया है, हालांकि यूक्रेन इस दावे को झुठला रहा है। इन सबके बीत राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को सैन्य विद्रोह का डर सता रहा है। पूर्व रूसी कमांडर इगोर गिरकिन ने चेतावनी दी थी कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को वैगनर समूह से सैन्य विद्रोह का सामना करना पड़ सकता है,। न्यूजवीक के मुताबिक निजी सैन्य इकाई के नेता येवगेनी प्रिगोझिन ने पहले बखमुत से अपने सैनिकों को वापस लेने की धमकी दी थी और सार्वजनिक रूप से रूसी रक्षा मंत्रालय की आलोचना भी की थी।
क्या है वजह
इगोर गिरकिन ने कहा कि आलाकमान की सहमति के बिना मोर्चे से इकाइयों को वापस लेने का आह्वान एक सैन्य विद्रोह है और कुछ नहीं। येवगेनी प्रिगोझिन ने रूस के सैन्य नेतृत्व को खुले तौर पर ब्लैकमेल किया क्योंकि वह जानता था कि अपने सैनिकों को वापस लेना रूस के लिए विनाशकारी परिणाम से कम साबित नहीं होने वाला है। इससे पहले रॉयटर्स के मुताबिक येवगेनी प्रिगोझिन ने स्वीकार किया कि उनकी सेना को भारी नुकसान हो रहा है क्योंकि व्लादिमीर पुतिन अपने समूह का समर्थन नहीं कर रहे हैं। उन्होंने पहले रूसी कमांड और रूसी सेना दोनों के बारे में बहुत बुरी तरह से बात की।
इगोर गिरकिन ने कहा कि हमें इस शब्द को भूलना चाहिए एयरबोर्न फोर्सेस बखमुत में कुछ कर रहे हैं, चूंकि उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं (साइकोपैथी से गुणा, संगठन के प्रदर्शनकारी युद्ध अपराध, बेशर्मी की प्रवृत्ति और कई मामलों में झूठा आत्म-प्रचार और सशस्त्र बलों के लिए सड़े हुए आपराधिक अवधारणाओं को फैलाना) - वैगनर और सामान्य कारण दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं।
बखमुत पर दो तरह के दावे
यूक्रेनी सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि बखमुत में प्रमुख आपूर्ति मार्ग हमारे नियंत्रण में है। लेकिन हालात कठिन हैं। रॉयटर्स के अनुसार सेर्ही चेरेवाती ने कहा कि कई हफ्तों से,रूसी इस लाइफ लाइन को कब्जे में करने की कोशिश में आग लगा रहे हैं।यह वास्तव में मुश्किल है, क्योंकि सड़क को जब्त करने का उनका प्रयास जारी हैसाथ ही आग पर नियंत्रण स्थापित करने का प्रयास भी। लेकिन रक्षा बलों ने रूसियों को हमारे रसद को काटने की अनुमति नहीं दी है।
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ललित राय author
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