शी जिनपिंग ने लगाया ट्रंप को फोन, इन अहम मुद्दों पर हुई बात, क्या 60 प्रतिशत टैरिफ की धमकी से घबराया चीन?

मीडिया के अनुसार, शी ने ट्रंप से कहा कि एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का सम्मान करना और मतभेदों का उचित समाधान ढूंढना महत्वपूर्ण है। उन्होंने ट्रंप से ताइवान मुद्दे पर विवेकपूर्ण तरीके से व्यवहार करने का भी आग्रह किया।

जिनपिंग ने की ट्रंप से बात

Trump, XI hold phone talks: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शुक्रवार को अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ टेलीफोन पर बातचीत की। सरकारी मीडिया ने यहां यह जानकारी दी। दोनों नेताओं के बीच फोन पर बातचीत 20 जनवरी को ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह से ठीक तीन दिन पहले हुई है। समाचार पत्र ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ की खबर के अनुसार शी ने ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए उपराष्ट्रपति हान झेंग को भेजा है। ऐसा पहली बार है, जब चीन का कोई वरिष्ठ अधिकारी अमेरिकी राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होगा।

मतभेदों का उचित समाधान ढूंढना अहम

मीडिया के अनुसार, शी ने ट्रंप से कहा कि एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का सम्मान करना और मतभेदों का उचित समाधान ढूंढना महत्वपूर्ण है। उन्होंने ट्रंप से ताइवान मुद्दे पर विवेकपूर्ण तरीके से संपर्क करने का भी आग्रह किया। बातचीत के दौरान शी ने ट्रंप से कहा कि अलग-अलग राष्ट्रीय परिस्थितियों वाले दो बड़े देशों के बीच कुछ असहमति होना स्वाभाविक है। शी ने कहा, महत्वपूर्ण बात एक-दूसरे के मूल हितों और प्रमुख चिंताओं का सम्मान करना और उचित समाधान ढूंढना है।

उन्होंने कहा, ताइवान का प्रश्न चीन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से संबंधित है। अमेरिकी पक्ष को इस पर विवेक से काम लेने की जरूरत है। चीन ताइवान को अपनी मुख्य भूमि का हिस्सा होने का दावा करता है। चूंकि ट्रंप 20 जनवरी को पदभार संभालने वाले हैं, चीन अमेरिका में चीनी निर्यात पर 60 प्रतिशत टैरिफ लगाने की उनकी धमकी से गंभीर रूप से चिंतित है। शी ने कहा कि द्विपक्षीय आर्थिक संबंध अनिवार्य रूप से पारस्परिक रूप से लाभप्रद और जीत वाले हैं। टकराव और संघर्ष दोनों देशों के लिए कोई विकल्प नहीं होना चाहिए।

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