Rishi Sunak के दिल में बसता है इंडिया! हैं धर्मनिष्ठ हिंदू, नियमित जाते हैं मंदिर; बेटियां कर लेती हैं कुचिपुड़ी डांस
Who is Rishi Sunak: 10 डाउनिंग स्ट्रीट में सुनक तब सत्ता की कमान संभालेंगे, जब ब्रिटेन धीमी गति से विकास की तिहरी मार (उच्च मुद्रास्फीति, यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर ऊर्जा की कीमतों में बढ़ोतरी और बजट की नाकामी के मुद्दे) से जुझ रहा है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की वित्तीय विश्वसनीयता को कमजोर किया है।
42 बरस के सुनक 210 साल में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे युवा नेता होंगे। (AP)
तस्वीर साभार : टाइम्स नाउ ब्यूरो
Who is Rishi Sunak : भारतीय मूल के ऋषि सुनक भले ही ब्रिटेन में रहते हों, मगर इंडिया उनके दिल में बसता है। वह धर्मनिष्ठ हिंदू हैं और नियमित मंदिर जाते हैं। उनकी दो बेटियों में से एक कुचिपुड़ी डांस भी कर लेती है। ब्रिटेन के साउथेम्प्टन में जन्में 42 बरस सुनक के पिता भारतीय मूल के डॉक्टर यशवीर और मां फार्मासिस्ट उषा हैं। अपने पिछले अभियान के दौरान प्रवासी जड़ों के बारे में उन्होंने विस्तार से बताया था। उन्होंने पहले भारतवंशी वित्त मंत्री के नाते 11 डाउनिंग स्ट्रीट पर दिवाली के दीए जलाकर इतिहास बनाने का जिक्र भी किया था।
सुनक ने कुछ माह पहले प्रचार के अपने वीडियो में कहा था, ‘‘मेरी नानी के पूर्वी अफ्रीका में एक प्लेन में सवार होने के 60 साल बाद अक्टूबर की एक गर्म धूप वाली शाम में, उनकी परनाती, मेरे बच्चे, हमारे घर के बाहर गली में खेलते हैं। दरवाजे पर रंगोली बनाते हैं। दीये जलाते हैं...दीपावली पर कई अन्य परिवारों की तरह मस्ती करते हैं।’’
यह कहानी उनके सास-ससुर (इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति और सुधा मूर्ति) के लिए एक भावनात्मक संदर्भ में भी विस्तारित हुई। हालांकि, सुनक अपनी पत्नी अक्षता मूर्ति की पारिवारिक संपत्ति को लेकर निशाने पर भी रहे। पिछले कुछ महीनों में टीवी पर तीखी बहस के दौरान उन्होंने कहा, ‘‘मेरे सास-ससुर ने जो बनाया है, उस पर मुझे वास्तव में बहुत गर्व है।’’
सुनक की बेटियां (अनुष्का और कृष्णा) की जड़ें भी भारतीय संस्कृति में निहित हैं। सुनक ने हाल में बताया था कैसे अनुष्का ने जून में वेस्टमिंस्टर एब्बे में क्वींस प्लेटिनम जुबली समारोह के लिए अपने सहपाठियों के साथ कुचिपुड़ी नृत्य की प्रस्तुति दी थी। सुनक ने विनचेस्टर कॉलेज के अलावा ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से दर्शन, राजनीति और अर्थशास्त्र (पीपीई) की पढ़ाई की और फिर स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय से एमबीए किया है।
गोल्डमैन सैक्स और हेज फंड मैनेजर के रूप में निजी क्षेत्र का सुनक का अनुभव उन्हें किसी ऐसे व्यक्ति की आभा प्रदान करता है, जिस पर कठोर आर्थिक प्रतिकूल परिस्थितियों का सामना करने के लिए भरोसा किया जा सकता है। उनका सियासी करियर 2015 में यॉर्कशायर में रिचमंड की सीट जीतने के साथ शुरू हुआ और वित्त मंत्रालय में कनिष्ठ भूमिकाओं से होते हुए वह वित्त मंत्री के पद पर पहुंच गए, जब साजिद जावेद ने फरवरी 2020 में इस्तीफा दे दिया था।
दरअसल, वह ब्रिटेन के नए पीएम बन इतिहास रचेंगे। ठीक दिवाली के दिन पेनी मॉर्डंट के दौड़ से हटने के ऐलान बाद सुनक को कंजरवेटिव पार्टी का निर्विरोध नेता चुन लिया गया। वह 210 साल में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बनने वाले सबसे युवा नेता होंगे। ब्रिटेन के पूर्व वित्त मंत्री लंदन के 10 डाउनिंग स्ट्रीट (ब्रिटेन के प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास-सह-कार्यालय) में एंट्री करने वाले हैं।
10 डाउनिंग स्ट्रीट में सुनक तब सत्ता की कमान संभालेंगे, जब ब्रिटेन धीमी गति से विकास की तिहरी मार (उच्च मुद्रास्फीति, यूक्रेन युद्ध के मद्देनजर ऊर्जा की कीमतों में बढ़ोतरी और बजट की नाकामी के मुद्दे) से जुझ रहा है, जिसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश की वित्तीय विश्वसनीयता को कमजोर किया है।
दामाद को लेकर क्या बोले नारायण मूर्ति?
इंफोसिस के सह-संस्थापक नारायण मूर्ति ने दामाद सुनक को ब्रिटेन का प्रधानमंत्री बनाए जाने पर पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा, ‘‘हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं।’’ ‘पीटीआई’ को ई-मेल के जरिए दी अपनी प्रतिक्रिया में कहा, ‘‘ऋषि को बधाई। हमें उन पर गर्व है और हम उनकी सफलता की कामना करते हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हमें विश्वास है कि वह ब्रिटेन के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेंगे।’’ (पीटीआई इनपुट्स के साथ)
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अभिषेक गुप्ता author
छोटे शहर से, पर सपने बड़े-बड़े. किस्सागो ऐसे जो कहने-बताने और सुनाने को बेताब. कंटेंट क्रिएशन के साथ नजर से खबर पकड़ने में पारंगत और "मीडिया की मंडी" ...और देखें
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