जानिए विवेक रामास्वामी के बारे में जिनकी एलन मस्क ने की खुलकर तारीफ, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में हैं उम्मीदवार
रामस्वामी चुनाव प्रचार के लिए अपने एजेंडे को लेकर काफी मुखर रहे हैं। उन्होंने चीन को अमेरिका के सामने मौजूद सबसे बड़ा खतरा बताया है।
एलन मस्क ने की विवेक रामास्वामी की तारीफ(Photo: Facebook)
Elon Musk Praises Vivek Ramaswamy: एलन मस्क ने भारतीय-अमेरिकी सांसद विवेक रामास्वामी की तारीफ करते हुए उन्हें उम्मीदों वाला उम्मीदवार करार दिया। रामास्वामी भी इस पर अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए रिपब्लिकन प्राइमरी में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। मस्क ने उन्हें बहुत आशाजनक उम्मीदवार कहा। लोकप्रिय पत्रकार टकर कार्लसन के साथ रामास्वामी के साक्षात्कार का जिक्र करते हुए एलन मस्क ने एक्स पर कहा, वह एक बहुत ही आशाजनक उम्मीदवार हैं। इस बीच, रामस्वामी चुनाव प्रचार के लिए अपने एजेंडे को लेकर काफी मुखर रहे हैं। उन्होंने चीन को अमेरिका के सामने मौजूद सबसे बड़ा खतरा बताया है और कहा है कि अगर वह सत्ता में आए तो बीजिंग के साथ पूरी तरह से गठबंधन खत्म करेंगे।
रामास्वामी चीन के साथ बरतेंगे सख्ती
रिपब्लिकन नेता ने यह भी कहा है कि उनका लक्ष्य प्रशांत क्षेत्र में व्यापार को पूरी तरह से फिर से शुरू करना और भारत, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ व्यापार संबंधों में प्रवेश करना होगा। इससे पहले, फॉक्स न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में रामास्वामी ने कहा था कि शी जिनपिंग तानाशाह हैं और चीन, अमेरिका के लिए सबसे बड़ा खतरा है। मुझे लगता है कि मैं चीन से आर्थिक स्वतंत्रता की घोषणा करने के लिए एक स्पष्ट रास्ता घोषित करने वाला सबसे स्पष्ट उम्मीदवार हूं। यह हमारी नीति में पहला कदम होगा। उन्होंने आगे कहा कि वह चीन के साथ पूरी तरह संबंध विच्छेद करेंगे और अधिकांश अमेरिकी कंपनियों को बीजिंग में व्यापार करने से प्रतिबंधित करेंगे।
चीन के साथ व्यापार करने से प्रतिबंधित करने का वादा
रामास्वामी ने कहा, मैं अधिकांश अमेरिकी कंपनियों को चीन के साथ व्यापार करने से प्रतिबंधित कर दूंगा, जब तक कि सीसीपी अपने व्यवहार में सुधार नहीं करती। मुझे लगता है कि इसके अल्पकालिक परिणाम होंगे, लेकिन मुझे लगता है कि हम बलिदान दे सकते हैं। मैं यह भी सोचता हूं कि जब आप बलिदान देने के लिए सबसे अधिक इच्छुक होते हैं, तो वास्तव में आपको बलिदान देने की जरूरत ही नहीं होती है। बता दें कि 37 वर्षीय रामास्वामी का जन्म 9 अगस्त 1985 को हुआ और उनका पालन-पोषण सिनसिनाटी, ओहियो में हुआ है। उनके माता-पिता केरल से अमेरिका चले गए थे।
ट्रंप के खिलाफ मैदान में होंगे
वह निक्की हेली और हर्षवर्धन सिंह के साथ तीसरे भारतीय-अमेरिकी हैं, जो अगले साल जनवरी में प्राइमरी में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ मैदान में होंगे। स्नातक की पढ़ाई के लिए उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और बाद में येल विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री हासिल की। रामास्वामी "वोक, इंक: इनसाइड कॉरपोरेट अमेरिका सोशल जस्टिस स्कैम" के लेखक हैं और उन्हें द न्यू यॉर्कर द्वारा "एंटी-वोक इंक का सीईओ" करार दिया गया है। दूसरी पीढ़ी के भारतीय अमेरिकी रामास्वामी ने 2014 में रोइवेंट साइंसेज की स्थापना की और 2015 और 2016 के सबसे बड़े बायोटेक आईपीओ का नेतृत्व किया।
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