जानिए कौन हैं James Marape जिन्होंने पैर छूकर लिया पीएम मोदी का आशीर्वाद, हर कोई रह गया था हैरान

प्रशांत द्वीप समूह के देशों के सामने आने वाली समस्याओं पर रोशनी डालते हुए जेम्स मारपे ने कहा कि हम वैश्विक राजनीति के शिकार हैं। आप (पीएम मोदी) ग्लोबल साउथ के नेता हैं। हम वैश्विक मंचों पर आपके नेतृत्व का समर्थन करेंगे।

जेम्स मारापे ने पैर छूकर लिया पीएम मोदी का आशीर्वाद

James Marape: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पापुआ न्यू गिनी यात्रा के दौरान जब पोर्ट मोरेस्बी हवाई अड्डे पर कदम रखा तो अनोखा नजारा देखने को मिला। पापुआ न्यू गिनी के प्रधानमंत्री जेम्स मारापे ने विनम्रतापूर्वक पीएम मोदी के पैर छुए और उनका आशीर्वाद मांगा। पीएम मोदी की इंडो-पैसिफिक देश की यात्रा के साथ ही अपने दौरे के दूसरे चरण में हैं। जैसे ही मोदी यहां पहुंचे, भारतीय राष्ट्रगान हवा में गूंजने लगा। दोनों प्रधानमंत्री सम्मान के रूप में खड़े हो गए। साथ ही पीएम मोदी के आगमन पर उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

जानिए कौन हैं जेम्स मारापे

  • जेम्स मारापे पापुआ न्यू गिनी के 8वें प्रधानमंत्री हैं। उन्होंने 2019 में इस देश की कमान संभाली थी।
  • जेम्स मारापे 2019 से इस पद पर कार्यरत हैं और पंगु पाटी राजनीतिक दल (PANGU Pati political party) से जुड़े हैं।
  • 52 वर्षीय मारापे ने विशेष रूप से पीएम मोदी के पैर छूकर अनोखा कदम उठाया, उन्होंने दुनिया के किसी अन्य नेता के लिए ऐसा नहीं किया है।
  • जेम्स मारापे ने 1993 में पापुआ न्यू गिनी विश्वविद्यालय से कला में स्नातक किया है।
  • उनके पास पर्यावरण विज्ञान में स्नातकोत्तर ऑनर्स और बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में मास्टर डिग्री भी है।
  • वह इस द्वीप राष्ट्र के 8वें प्रधानमंत्री हैं और अतीत में सरकारों में कई महत्वपूर्ण कैबिनेट पदों पर रहे हैं।
  • उन्होंने वर्क और ट्रांसपोर्ट के लिए संसदीय सचिव के रूप में भी काम किया है, और अंतर-सरकारी संबंधों पर संसदीय रेफरल समिति का हिस्सा भी रहे हैं।
  • मारापे ने 2019 में पीपुल्स नेशनल कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और फिर पंगु पाटी में शामिल हो गए थे।
  • 2020 में अविश्वास प्रस्ताव के जरिए उनकी सरकार को गिराने का असफल प्रयास किया गया था।

पीएम मोदी ने कहा- बहुत उपयोगी चर्चा हुई

जेम्स मारापे के साथ वार्ता के बाद पीएम मोदी ने ट्वीट किया, जेम्स मारापे और मेरे बीच बहुत ही उपयोगी बातचीत हुई, जिसमें भारत और पापुआ न्यू गिनी के बीच द्विपक्षीय संबंधों की लंबी बातचीत शामिल थी। हमने वाणिज्य, प्रौद्योगिकी, स्वास्थ्य देखभाल और जलवायु परिवर्तन को संबोधित करने में सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।

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