अमेरिका में क्यों की गई हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन कॉकस की स्थापना?,यूएस सांसद श्री थानेदार किया खुलासा
भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने कहा कि हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन (एचबीएसजे) कॉकस का गठन सभी के लिए धार्मिक स्वतंत्रता की पैरोकारी करने के मुख्य उद्देश्य से किया गया है।
भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार
वॉशिंगटन: भारतीय अमेरिकी सांसद श्री थानेदार ने कहा कि हिंदू, बौद्ध, सिख और जैन (एचबीएसजे) कॉकस का गठन सभी के लिए धार्मिक स्वतंत्रता की पैरोकारी करने के मुख्य उद्देश्य से किया गया है। थानेदार ने पिछले सप्ताह एचबीएसजे कॉकस के गठन के घोषणा की थी और हाउस ऑफ रीप्रेजेंटेटिव (अमेरिकी संसद के निचले सदन) के 27 सांसदों ने इसका समर्थन किया था। अमेरिकी संसद में कॉकस की आधिकारिक शुरुआत के बाद इन समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले संगठनों के एक समूह ने कहा कि इस संबंध में उनके साथ परामर्श नहीं किया गया।
'हिंदूज फॉर ह्यूमन राइट्स', 'सिख कोएलिशन', 'सिख अमेरिकन लीगल डिफेंस एंड एजुकेशन फंड', 'इमगेज एंड इंडियन अमेरिकन मुस्लिम काउंसिल' द्वारा जारी एक संयुक्त बयान के मुताबिक, 'इन धर्मों में विश्वास रखने वाले समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले हमारे जैसे मुख्यधारा के संगठनों के साथ परामर्श किए बिना एचबीएसजे कॉकस के गठन की खबर सुनकर हम हैरान हैं।'
एचबीएसजे कॉकस से जुड़ी चिंताओं और तल्ख टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए थानेदार ने शनिवार को कहा कि एचबीएसजे कॉकस की स्थापना का मुख्य उद्देशय सभी के लिए धार्मिक स्वतंत्रता की पैरोकारी करना है, विशेषतौर पर धार्मिक समुदायों के लिए आपसी समझ और शांति को बढ़ाना हमारा मकसद है। थानेदार ने कहा कि हमने किसी भी धार्मिक समूह की निंदा नहीं की और न ही उसके खिलाफ बोलेंगे। थानेदार ने विभिन्न संगठनों से मिले समर्थन के लिए आभार व्यक्त किया है।
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