यमन के हूती विद्रोहियों ने भारत जा रहे इजराइल से जुड़े जहाज का अपहरण किया

इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि बहामास-ध्वज वाले अपहृत जहाज पर बुल्गारियाई, फिलिपिनो, मैक्सिकन और यूक्रेनी सहित विभिन्न राष्ट्रीयताओं वाले चालक दल के 25 सदस्य थे, लेकिन कोई इजराइली नहीं था।

इजराइल से जुड़े जहाज का अपहरण (प्रतीकात्मक फोटो- pixabay)

इज़राइल ने कहा कि यमन के हूती विद्रोहियों ने रविवार को महत्वपूर्ण लाल सागर नौवहन मार्ग में भारत जा रहे इजराइल से जुड़े एक मालवाहक जहाज का अपहरण कर लिया। इज़राइल को जब घटना की जानकारी मिली तो उस समय जहाज तुर्की के कोरफेज में था और भारत के पिपावाव की ओर जा रहा था।
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इस घटना के बाद यह आशंका जताई जा रही है कि इजराइल-हमास संघर्ष के कारण क्षेत्रीय तनाव एक नए समुद्री मोर्चे पर फैल सकता है। यमन में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों की ओर से तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की गई। विद्रोहियों ने रविवार को लाल सागर में इजराइल से जुड़े जहाजों को निशाना बनाने की धमकी दी थी। पिछले महीने, हूती विद्रोहियों पर समुद्र के महत्वपूर्ण नौवहन मार्ग से मिसाइल और ड्रोन भेजने का संदेह था।
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इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा कि बहामास-ध्वज वाले अपहृत जहाज पर बुल्गारियाई, फिलिपिनो, मैक्सिकन और यूक्रेनी सहित विभिन्न राष्ट्रीयताओं वाले चालक दल के 25 सदस्य थे, लेकिन कोई इजराइली नहीं था। नेतन्याहू के कार्यालय ने ‘गैलेक्सी लीडर’ के अपहरण की निंदा करते हुए इसे “ईरानी आतंकी कृत्य” बताया। इजराइली सेना ने अपहरण को “वैश्विक परिणाम वाली बहुत गंभीर घटना” करार दिया।
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