Agra news : खनन माफियाओं पर नकेल कसने के सरकार के दावे खोखले साबित हो रहे हैं। खनन माफियाओं के हौसले बुलंद हैं, उनमें कानून का खौफ नहीं है। ताजा मामला आगरा के सेयन पुलिस स्टेशन का है जहां बालू माफिया कानून का परखच्चे उड़ाता हुआ नजर आया है। यहां बालू माफिया के बालू लदे कम से कम 12 टैक्टर बैरिकेडिंग को तोड़ते हुए तेजी से निकल गए। बैरिकेडिंग तोड़ने की यह घटना रविवार की है। बैरिकेडिंग तोड़कर ट्रैक्टरों के निकलने की यह पूरी घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई है।
बैरिकेडिंग तोड़ते हुए निकल गए ट्रैक्टर
बैरिकेडिंग पर तैनात सुरक्षाकर्मी ट्रैक्टरों को रोकने की कोशिश करते दिखते हैं लेकिन ट्रैक्टर की रफ्तार इतनी ज्यादा है कि उन्हें खुद को सुरक्षित रखने के लिए पीछे हटना पड़ता है।
नूंह में डीएसपी पर चढ़ा दी डंपर
अभी गत जुलाई महीने में हरियाणा के नूंह में खनन माफिया की दबंगई सामने आई। यहां नूंह के तावड़ू में अवैध खनन रोकने गए डीएसपी की हत्या कर दी गई। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को यहां अवैध खनन की जानकारी मिली थी जिसके बाद वह इसे रोकने के लिए गए थे। यहां रोके जाने पर चालक ने उन पर डंपर चढ़ा दिया। इस घटना में डीसीपी की मौत हो गई।
Haryana : अवैध खनन रोकने गए DSP को डंपर से कुचलकर मार डाला, हरियाणा के नूंह की घटना
मुरैना में पुलिस अधिकारी को कुचलकर मार डाला
दस साल पहले हरियाणा की इस घटना की तरह मध्य प्रदेश के मुरैना में भी खनन माफिया की दबंगई सामने आई थी। मार्च 2012 में मुरैना जिले के बामौर कस्बे में अवैध खनन में शामिल खनिज माफिया ने नौजवान पुलिस अधिकारी नरेंद्र कुमार सिंह को ट्रैक्टर ट्रॉली से कुचलकर मार डाला था। 2009 बैच के आईपीएस नरेंद्र मुरैना जिले के बामौर में प्रशिक्षु पुलिस अनुमंडल अधिकारी (एसडीपीओ) के तौर पर तैनात थे।