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Agra News: फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन देने वाला ऋण अधिकारी गिरफ्तार, खुल गया बड़ा राज, जानिए पूरा मामला

Updated Sep 13, 2022 | 14:38 IST

Agra Crime: आगरा में फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन दिलाने के मामले में एक ऋण अधिकारी को गिरफ्तार किया गया है। बताया गया कि कंपनी की जांच में ऋण अधिकारी की पोल खुली है।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
आगरा में ऋण अधिकारी गिरफ्तार
मुख्य बातें
  • आगरा में फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन दिलाने वाला ऋण अधिकारी गिरफ्तार
  • कंपनी की जांच में हुआ खुलासा, हर कोई हैरान
  • आगरा में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया

Agra Crime: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में पुलिस ने एक ऋण अधिकारी को गिरफ्तार किया है। कंपनी की जांच में खुलासा हुआ कि ऋण अधिकारी फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन दे रहा था। वहीं कंपनी की जांच में ऋण अधिकारी की पोल खुली तो हर कोई हैरान रह गया। कंपनी की ओर से आरोपी ऋण अधिकारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी ऋण अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया। अब पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है।

बताया गया कि गुरुग्राम कि इंडिया शेल्टर फाइनेंस कॉरपोरेशन लिमिटेड कंपनी की शाखा आगरा में चर्च रोड स्थित रामनगर कॉलोनी में है। यह कंपनी ऋण देने का व्यवसाय करती है। इसी कंपनी का एक ऋण अधिकारी फर्जी दस्तावेजों के जरिए लोन दे रहा था। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है।

ऐसे खुली मामले की पोल

थाना प्रभारी निरीक्षक शेर सिंह ने बताया कि इस मामले में कंपनी के विधि अधिकारी इमरान खान ने बीती 31 जुलाई 2020 को मुकदमा दर्ज कराया था। बताया गया कि पूनम शर्मा समेत तीन लोगों ने कंपनी से लोन लिया था। जांच में खुलासा हुआ कि कंपनी के ऋण अधिकारी पवन सोलंकी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर 20 लाख का लोन पास करा दिया था। फर्जी तरीके से लोन देने की पोल खुली तो कंपनी की ओर से तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके बाद पुलिस ने ऋण अधिकारी पवन सोलंकी को दबोच लिया। पुलिस के अनुसार ऋण अधिकारी यमुना ब्रिज का रहने वाला है।

सामने आया एक और चौंकाने वाला मामला

वहीं छत्ता थाना पुलिस ने एक मामले में आरोपी गारंटर को गिरफ्तार किया है। बताया गया कि बीते अक्टूबर 2021 को बैंक ऑफ इंडिया की जीवनी मंडी शाखा के मुख्य प्रबंधक नागेंद्र कुमार चौरसिया ने तहरीर दी थी। पुलिस को दी गई तहरीर में बताया गया था कि मोहित कुमार का छह लाख रुपये का लोन अशोका ऑटो सेल्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम से पास किया गया है। इसकी गारंटी विशाल भास्कर ने दी थी। बताया गया कि लोन लेने के बाद किस्त समय से जमा नहीं की गई। जिसके बाद लोन को एनपीए कर दिया गया। वहीं चौंकाने वाली बात यह है कि आरटीओ से जानकारी में पता चला कि जिस नंबर की गाड़ी दर्शाई गई थी, उस नंबर पर ऑटो पंजीकृत है। अब पुलिस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।

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