- आगरा एसएसपी का नया कार्यालय पुलिस लाइन में हो रहा शिफ्ट
- नए कार्यालय के बाहर एसएसपी कार्यालय का बोर्ड लगा दिया गया है
- पुलिस लाइन में कई अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यालय पहले से मौजूद
Agra SSP New Office: आगरा में एसएसपी का नया कार्यालय अब पुलिस लाइन में शिफ्ट हो रहा है। एसएसपी अभी कलक्ट्रेट परिसर में बने पुराने दफ्तर में ही बैठा करते हैं। जिलेभर का प्रशासनिक कार्य और पीड़ितों से मुलाकात कर समस्याओं का निस्तारण करते रहे हैं। बताया गया है कि इस हफ्ते में उनका कार्यालय कलक्ट्रेट परिसर से पुलिस लाइन में पूरी तरह शिफ्ट हो जाएगा। पुलिस लाइन में जहां उनका नया कार्यालय बनाया गया है, वहां पहले एडीजी बैठते थे। एडीजी कार्यालय पुलिस लाइन में ही नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो चुका है। उसके बाद से यह जगह खाली पड़ी थी।
आगरा एसएसपी के नए कार्यालय के बाहर उनका बोर्ड लगा दिया गया है। बता दें कि वर्षों से कलक्ट्रेट परिसर में ही एसएसपी कार्यालय बना हुआ है। यहां एसएसपी के अलावा उनके कई अधीनस्थ अधिकारियों के कार्यालय भी हैं। अब तक कलक्ट्रेट जाने वाले लोगों को यह सहूलियत रहती थी कि एसएसपी और डीएम दोनों कुछ ही दूरी के फासले से एक ही स्थान पर सुलभ थे।
विभागीय कार्यों के निस्तारण में आएगी तेजी
वहीं पुलिस अफसरों को यह असुविधा रहती थी कि पुलिस के कई बड़े अफसरों के यहां कार्यालय नहीं थे, जिससे सम्बंधित अफसरों को फोन और पत्र के माध्यम से दिशा-निर्देश देना पड़ता था। पुलिस लाइन में एसएसपी का कार्यालय हो जाने से विभागीय कार्यों के निस्तारण में तेजी आ जाएगी। विभाग से जानकारी मिली है कि कलक्ट्रेट में अब एसएसपी के पुराने कार्यालय में एसपी पश्चिम बैठा करेंगे। वहीं एसपी पश्चिम के कार्यालय में अब एसपी प्रोटोकॉल का कार्यालय शिफ्ट किया जाएगा।
वहीं, आगरा में थानों की कमान लेने के लिए दरोगाओं की फेहरिस्त काफी लंबी है। इन दरोगाओं का देर रात जब एसएसपी ने इंटरव्यू लिया, तो उनके पसीने छूटने लगे। एसएसपी द्वारा लिए गए इंटरव्यू के बाद माना जा रहा है कि, जिले में तेज-तर्रार दरोगाओं को ही थाने की कमान मिलेगी। एसएसपी ने देर रात दरोगाओं के इंटरव्यू लिए 2013 के बैच तक दरोगाओं को बुलाया गया। करीब 51 दरोगाओं के इंटरव्यू लिए गए।
एसएसपी के सामने इंटरव्यू में एक मिनट भी नहीं टिक पाए कई दरोगा
आगरा एसएसपी सुधीर कुमार सिंह ने दरोगाओं की छंटनी करने के लिए उनकी क्षमता का आंकलन किया। एसएसपी ने कई तरह के पेंचीदा सवाल पूछे, जिसका कुछ दरोगाओं ने बेबाकी से जवाब दिया, तो कुछ दरोगा एसएसपी के इंटरव्यू में एक मिनट भी नहीं टिक पाए। इनमें घटना नक्शा कैसे बनता है, हत्या की विवेचना कैसे होती है। धाराओं के बारे में भी दरोगाओं से पूछा गया। एक दरोगा से धारा 161 और 164 में क्या अंतर है, पूछा गया। कई दरोगाओं से थाने के टॉप टेन हिस्ट्रीशटरों के नाम पूछे गए। कई दरोगाओं से पूछा गया कि उन्होंने अब तक कितनी घटनाओं के खुलासे किए हैं।