- आगरा का ये अस्पताल हुआ सील
- बिना लाइसेंस के चल रहा था अस्पताल
- स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मारा था छापा
Agra Hospital Fraud News: उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में बिना लाइसेंस के चल रहे हॉस्पिटल को सील कर दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को छापेमारी कर मौके से अस्पताल के कागजात समेत कई साक्ष्य जुटाए थे। इस अस्पताल का एक वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह कार्रवाई की गई थी। सीएमओ डॉक्टर अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि भ्रूण का एक वीडियो वायरल हुआ था। उन्होंने बताया कि वायरल वीडियो के आधार पर ही स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हॉस्पिटल पर छापा मारा था। छापेमारी के दौरान टीम ने हॉस्पिटल पर नोटिस भी चस्पा किया था।
बता दें कि मंगलवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ट्रांसयमुना कॉलोनी पहुंची तो यहां रॉयल हॉस्पिटल बिना लाइसेंस के ही चलता मिला। वहीं छापा पड़ते ही हॉस्पिटल का स्टाफ भाग गया। इस दौरान हॉस्पिटल में चार मरीज भर्ती मिले। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने चारों मरीजों को दूसरे अस्पताल में शिफ्ट करा दिया था।
स्वास्थ्य विभाग की टीम ने खंगाला था रिकॉर्ड
शुरुआती जांच के बाद अस्पताल पंजीकरण सेल के नोडल प्रभारी डॉ. आर. के. अग्निहोत्री ने बताया था कि भ्रूण का वीडियो वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम ने छापा मारा था। छापेमारी के दौरान अस्पताल में कोई स्टाफ नहीं मिला। वहीं कुछ देर बाद एक-दो कर्मचारी गेट पर मिले, पूछने पर वह कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे पा रहे थे। अस्पताल का निरीक्षण किया तो इसमें चार महिलाएं भर्ती थीं, सभी के ऑपरेशन हुए थे। बताया गया कि अस्पताल में 15 बेड पड़े हुए थे।
निरीक्षण के दौरान हुआ खुलासा
स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा निरीक्षण करने के दौरान अस्पताल का पंजीकरण नहीं मिला। वहीं विभागीय रिकॉर्ड खंगालने पर पता लगा कि राहुल शर्मा नाम के श्ख्स ने रॉयल हॉस्पिटल के लाइसेंस के लिए आवेदन किया हुआ है, लेकिन अभी इसका लाइसेंस नहीं हुआ। स्वास्थ्य विभाग की टीम को अस्पताल से मरीजों के इलाज की फाइलें समेत अन्य कागजात मिले थे। उधर, पीसीपीएनडीटी सेल के नोडल प्रभारी डॉ. वीरेंद्र भारती का कहना था कि भ्रूण का वीडियो वायरल होने पर अस्पताल की जांच की तो यहां पर भ्रूण नहीं मिला। ऑपरेशन थिएटर में कोई उपकरण नहीं मिला था। अब अस्पताल को सील कर दिया गया है।